मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर डीजीपी ओपी सिंह तक पुलिस की छवि सुधारने के लिए भागीरथ प्रयास कर रहे हैं। हर कार्यक्रम और बैठक में वह पुलिस को अपना व्यवहार सुधारने और फरियादियों की धैर्यपूर्वक पीड़ा सुनने व आम जनता से दोस्ताना संवाद करने की नसीहत देते हैं। हालांकि, राजधानी पुलिस पर इन नसीहतों का जरा भी असर नहीं पड़ रहा। पुलिसकर्मियों का कोई न कोई ऐसा मामला सामने आ ही जाता है जिससे सवाल उठने लगते हैं। एक ऐसा ही मामला निगोहा पुलिस की बर्बरता की सामने आई है जिसमें एक दलित युवक की पुलिस वालों ने जमकर पिटाई की है। युवक का आरोप है कि पुलिस एक मामले में उसे पूछताछ के लिए ले गई थी, जहां उसकी पीटाई की गई है।
लखनऊ : निगोहा थाने के सिपाही ने की दलित युवक की बेल्ट से पिटाई, थाना निगोहाँ के भगवानपुर गावं के नन्नहू रावत का आरोप, निगोहा थाने के सिपाही राजेश पाण्डेय ने एक मामले में पूछ ताछ के लिए थाने में लाकर की लातघूसों व बेल्ट से पीटाई व छीने 100 रुपये. @lucknowpolice @Uppolice pic.twitter.com/BEHvyfGDda
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) April 24, 2018
पुलिसकर्मी पर है आरोप
जानकारी के मुताबिक राजधानी लखनऊ के निगोहा थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव का नन्नहू रावत रहने वाला है। आरोप है कि निगोहाँ थाने के सिपाही राजेश पांण्डेय ने एक मामले मे पूछताछ उसे पूछताछ के लिए थाने ले गया था। जिसके बाद इस दलित युवक की जमकर लात-घूसों व बेल्ट से पीटाई की गई है। इस दौरान जेब में रखे 100 रुपये छीन लिया। इस दलित युवक की कितनी बेरहमी से पीटाई की गई है इसका अंदाजा उसके जख्म देखकर ही लगाया जा सकता है। इस दौरान पुलिस ने बेल्ट से उसके पैरों में मारा है।