बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पिछले साल ऑक्सीजन की कमी से बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के बाद चर्चा में आये डॉ. कफील खान केरल के कोझीकोड में निपाह वायरस से प्रभावित मरीजों के लिए कार्य करेंगे. बता दें कि पिछले कुछ दिनों से केरल में इस वायरस के चलते अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी हैं.
बीआरडी अस्पताल में बच्चों की मौत के आरोपी है डॉ कफील:
दक्षिण भारत के राज्य केरल के कोझिकोड़ जिले में निपाह वायरस (एनआईवी) से लोगों के बीच डर का माहौल बना हुआ है. यह एक तरह का दिमागी बुखार है जिसकी चपेट में आने से अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है. इस वायरस से निपटने के लिए फिलहाल कोई टीका या दवा उपलब्ध नहीं हैं.
गोरखपुर जिले के बीआरडी अस्पताल के डॉ कफ़िल अहमद खान ने केरल में निपाह वायरस से प्रभावित मरीजों के लिए कार्य करने की इच्छा व्यक्त की है. बता दें कि यह वहीँ डॉ कफील हैं, जो बीआरडी अस्पताल में कथित ऑक्सीजन की कमी से कई बच्चों के के मरने के साथ के साथ सुर्ख़ियों में ए तहर.
उस दौरान इन्हें मरीजों को बचाने वाले मसीहा का दर्जा मिला था. हालाँकि बाद में इन्हें उस दुर्घटना का आरोपी बता कर जेल भेज दिया गया था.
केरल के मुख्यमंत्री ने दी इजाजत:
पिछले कुछ दिनों पहले लगभग 7 महीने बाद डॉ कफील को जमानत मिली है. जिसके बाद उन्होंने केरल में निपाह प्रभावित मरीजों के इलाज की इच्छा जाहिर की है. डॉ. काफ़िल ने इस बारे में केरला के मुख्यमंत्री से बात की.
वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने डॉ. कफील के आग्रह को स्वीकार करते हुए इस बात की जानकारी दी. मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा कि राज्य सरकार को कोझिकोड जिले में कार्य करने को इच्छुक समर्पित चिकित्सकों का स्वागत करने में खुशी होगी. कोझिकोड जिले में निपाह वायरस का कहर जारी है. इस कारण से अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है. डॉक्टर कफील खान के आग्रह के बारे में विजयन ने कहा कि सरकार राज्य में कार्य के लिए खान जैसे डॉक्टरों का खैरमकदम करती है.
इस बारे में डॉ कफील ने बताया कि उनके ठहरने की व्यवस्था केरल सरकार करेगी. बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के बाद कफील सात महीने जेल में रहे. उन्होंने कहा, ‘मैं जब जेल में था, तो केरल के लोगों ने सोशल मीडिया पर मुझे समर्थन दिया था और जेल से निकलने के बाद मैं तीन दिन केरल में रहा.’