आज दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की चौथी बैठक हो रही हैं. पीएम मोदी की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में उड़ीसा और दिल्ली के मुख्यमंत्री को छोड़ कर सभी मुख्यमंत्री मौजूद हैं. इस दौरान बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हैं.

पीएम मोदी के अध्यक्षता में बैठक:

नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की चौथी बैठक आज (रविवार को) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में जारी है। ये बैठक राष्ट्रपति भवन में चल रही है। दो दिन चलने वाली इस बैठक में ओडिशा और दिल्ली को छोड़कर सभी राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद हैं। इस बैठक में किसानों की आय दोगुनी करना, आयुष्मान भारत, राष्ट्रीय पोषण मिशन और मिशन इंद्रधनुष सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो रही हैं.

इस दौरान सीएम योगी ने अपनी बात रखते हुए सबसे पहले आभार व्यक्त करते हुए कहा कि नीति आयोग की शासी परिषद की चतुर्थ बैठक में आपने मुझे अपने विचार रखने का अवसर प्रदान किया, इसके लिए मैं हृदय से आभारी हूं।

सीएम योगी ने बैठक में की इन मुद्दों पर बात:

देश सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ की अवधारणा को अंगीकृत करते हुए प्रदेश को स्वच्छ, स्वस्थ, समर्थ तथा सर्वोत्तम प्रदेश बनाने के लिए कृत संकल्पित है।

वर्तमान सरकार के गठन से प्रदेश में परिवर्तन, विकास एवं किसानों गरीबों, महिलाओं एवं नवजवानों के सशक्तीकरण का एक नया युग का आरम्भ हुआ है।

हमारी सरकार समाज के सभी वर्गों, विशेष रूप से किसानों, गरीबों, वंचितों, शोषितों एवं उपेक्षित वर्ग के लिए कार्य कर रही है। राज्य सरकार प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए ‘साफ नीयत, सही विकास’ के संकल्प को साकार कर रही है।

प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक देश के किसानों की आमदनी दोगुनी करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है। प्रदेश सरकार आदरणीय प्रधानमंत्री जी के इस संकल्प को पूरा करने के लिए प्राण-प्रण से कार्य कर रही है।

प्रदेश की उपलब्धियां बताई:

हम मृदा स्वास्थ्य कार्ड, सिंचाई सुविधाओं और ई-नेम योजनाओं के माध्यम से उत्तर प्रदेश में किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए प्रयास कर रहे हैं.

हमारी सरकार समाज के सभी वर्गों, विशेष रूप से किसानों, गरीबों, वंचितों, शोषितों एवं उपेक्षित वर्ग के लिए कार्य कर रही है। राज्य सरकार प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए ‘साफ नीयत, सही विकास’ के संकल्प को साकार कर रही है

वर्ष 2022 तक प्रदेश के किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य.

20 नए कृषि विज्ञान केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। विभिन्न जनपदों में 100 कृषि कल्याण केंद्र भी स्थापित कराए जा रहे हैं.

2 करोड़ 33 लाख किसान हैं, जिन्हें मृदा स्वास्थ्य कार्ड मुहैया कराया जाना है। हमने इसे त्वरित गति प्रदान करते हुए मात्र 14 माह में ही 1.60 करोड़ मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को वितरित किए हैं.

कृषि पर चर्चा:

2019 तक समस्त किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड के वितरण का लक्ष्य.

28 लाख किसान तथा 31 हजार व्यापारी ई-नाम योजना में पंजीकृत हो चुके हैं.

दुग्ध उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश का देश में प्रथम स्थान.

वर्तमान एवं पिछला बकाया मिलाकर किसानों को अब तक 32,940 करोड़ रुपये गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा चुका.

प्रदेश में दो नई चीनी मिल स्थापित की जा रही.

3,244 ग्रामीण हाट का पुनःसर्वेक्षण करा रहे.

36 हजार करोड़ रुपये का बजट प्राविधान करते हुए 86 लाख लघु एवं सीमान्त किसानों का ऋण मोचन किया गया.

14 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन होगा.

1997-98 से लम्बित 3,420 करोड़ रुपये लागत की बाणसागर परियोजना को एक साल में पूरा किया.

चिकित्सा पर चर्चा:

6 मंडल स्तरीय और 4 जिला स्तरीय अस्पतालों में डायलिसिस सेवाएं प्रारम्भ की.

45 लाख से अधिक बच्चों और 9 लाख से अधिक गर्भवती माताओं का टीकाकरण कराया.

दिसम्बर, 2018 तक 90 प्रतिशत बच्चों को पूर्ण प्रतिरक्षित कराने का लक्ष्य.

आयुष्मान भारत’ योजना एक महत्वपूर्ण पहल.

फैजाबाद, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद तथा शाहजहांपुर में जिला चिकित्सालयों को उच्चीकृत कर राजकीय मेडिकल कॉलेज के रूप में स्थापित करने की कार्यवाही प्रारम्भ.

इस वर्ष  8,950 आंगनवाड़ी केन्द्रों का निर्माण करायेंगे.

शौचालय निर्माण में यूपी का देश में प्रथम स्थान.

अब तक 1 करोड़ 94 लाख परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय की सुविधा उपलब्ध करा दी.

4 माह में प्रतिमाह 20 लाख शौचालयों का निर्माण कराएंगे.

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