मेरठ के समाज कल्याण अधिकारी के निलंबित होने के बाद से विभाग लगभग अनाथ की स्थिति में पहुंच गया है। कार्यालय में पेंशन, छात्रवृत्ति, अनुदान आदि की समस्याओं को लेकर पहुंच रहे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
क्यों अनाथ हुआ मेरठ समाज कल्याण का विभाग ?
- पूर्व समाज कल्याण अधिकारी उमेश द्विवेदी को शासन ने 22 सितंबर को निलंबित कर दिया था।
- आगरा में आइएएस-पीसीएस कोचिंग संचालन में वर्ष 2011-15 के बीच गड़बड़ी हुई थी।
- जांच के बाद शासन ने दो उप निदेशक सहित पांच को निलंबित कर दिया।
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- गड़बड़ी के दौरान आगरा में तैनात उमेश द्विवेदी भी कार्रवाई की जद में आ गए।
- उनके निलंबन को दस दिन बीत चुके हैं, लेकिन समाज कल्याण विभाग अभी सदमे से उबर नहीं पाया है।
- आज पेंशन, छात्रवृत्ति आदि की समस्याओं को लेकर विभाग के कार्यालय पहुंचे लोग यहां-वहां भटकते दिखे।
- उन्होंने कहा कि कई दिनों से पेंशन के लिए चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अधिकारी न होने का बहाना बनाकर कर्मी लौटा देते हैं।
- उधर, विभाग में कार्यरत कई कर्मचारी भी अनुपस्थित चल रहे हैं।
- जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।