गोंडा में क्षेत्र के कस्बों की सड़कों पर ओवरलोड वाहनों के चलते ट्रक व ट्राली असंतुलित होकर अक्सर पलट जाया करते हैं. जिससे कइयों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. वहीं बचे भी तो ¨जदगी लाचार हो जाती है. परिवहन विभाग आंखें मूंदे हुए है.
ओवर लोडिंग ट्रकों पर नही कोई रोक
क्षेत्र में गांवों कस्बों की सड़कों पर खासकर रातों में ऐसे गन्ने लदे ट्रक-ट्राले चलते हैं. जिन पर क्षमता से अधिक भार लदा होता है. जो कई बार असंतुलित होकर पलट जाते हैं. यह हर वर्ष देखने को मिल रहा है. पिछले साल बेलसर क्षेत्र के ही सिसई पुल पर ट्राले के पलटने की घटना हो चुकी है.
लगातार रोड़ हादसे देखने को मिल रहे है…
ऐसे ही लगातार दर्दनाक हादसे देखने व सुनने को मिल रहा है. इनमें कईयों को जान तक गंवानी पड़ी जो बचे उनकी ¨जदगी लाचार हो गयी. लेकिन उससे संबंधित विभाग से कोई लेना-देना नहीं है. क्योंकि कोहरा शुरू होने से पहले हर वर्ष अधिकारियों द्वारा सड़कों पर चलने वाले वाहनों के आगे पीछे रिफ्लेक्टर लगाने के लिए निर्देश दिए जाते हैं. इसका जायजा लेने के लिए अधिकारियों के पास समय नहीं है. जिसका परिणाम यह है कि बिना रिफ्लेक्टर लगे वाहन गन्ना लेकर चलती दिखाई दे रही हैं ऐसे में अगर कोई हादसा होता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा?
बड़ी घटना की राह देख रहे है अधिकारी
छोटे कस्बों में ट्रकों व वाहनों की ओवर लोडिंग पर कोई रोक नही एेसे में हालात को देख कर यही लगता कि अधिकारी बड़ी घटना होने का इंतजार कर रहे है.जब की नियम यह है कि वाहनो के वजन के अनुसार ही उन पर वजन लादा जाए लेकिन वाहनों में ओवरलोडिंग होते हुए व नियमों की धज्जियां उडाते हुए हम साफ तौर पर देख सकते है.