महिलाओं की सुरक्षा का दावा करने वाली 1090 हेल्पलाइन में ही लड़कियों का शोषण किया जा रहा है। तीन साल पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के लिये वीमेन पॉवर हेल्पलाइन 1090 की शुरुआत की थी। मगर इस वीमेन पॉवर हेल्पलाइन 1090 में ही लड़कियों का शोषण किया जा रहा है। पिछले 4 महीने से लड़कियों को न ही तनख्वाह दी गयी है और न ही नियुक्ति पत्र दिया गया है।
- 42 लड़कियों को 1090 में 15 मार्च 2016 से सविंदा पर प्राइवेट कॉन्ट्रैक्ट कंपनी टेक्नोसिस के जरिये नौकरी के लिये रखा गया था।
- जिसमें सभी लडकियों को 10, 642 रुपये का मानदेय देना तय किया गया था।
- जिसमें पीएफ और ईएसआई का पैसा काटकर 7,945 रूपए प्रतिमाह रुपये मिलना था।
- मगर पिछले चार महीने से एक भी पैसे का भुगतान नहीं किया गया ।
- जिसके बाद वीमेन पॉवर हेल्पलाइन 1090 की कर्मचारियों ने समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया।
- वीमेन पॉवर हेल्पलाइन 1090 की कर्मचारियों ने इस सन्दर्भ में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक पत्र भी लिखा है।
- जिसमें इन कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से गुजारिश की है कि उन्हें बकाया तनख्वाह के साथ नियुक्ति पत्र जल्द से जल्द दिया जाये।
- भविष्य में उनकी नौकरी पर कोई खतरा न हो इसका भी आश्वासन भी दिया जाये।
- समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर धरना दे रहीं सबीना, अंजलि, रोमी, जूली, हर्षिता, वंदना समेत सभी लड़कियों का कहना है कि उन्हें 4 महीने से कोई वेतन मिला है और न तो उन्हें कोई जॉइनिंग लेटर मिला है।
- इतना ही नहीं प्रदर्शन कर रहीं महिला कर्मचारियों ने यह आरोप भी लगाया की उन्हें नौकरी के लिए लगातार धमकी मिल रही है कि तुम लोंगो के द्वारा धरना प्रदर्शन करने पर नौकरी से निकल दिया जायेगा।’
- लड़कियों ने और भी गंभीर आरोप लगते हुये कहा कि संविदा पर नियुक्त हम सभी लड़कियों की समस्या कोई भी अधिकारी नहीं सुन रहा है।
- इन लड़कियों के मुताबिक लखनऊ के IG भी इन लड़कियों के साथ ऐसा ही बरताव कर रहे हैं।
ऐसे में ये लडकियाँ अपनी समस्याएँ किससे जा कर बताएं ? ऐसे हालात में इन लड़कियों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यदाव का दरवाजा खटखटाया है अब देखते हैं कि क्या मुख्यमंत्री इनकी समस्या को गंभीरता से लेते हुये इनकी समस्या का समाधान करेंगे ?