उत्तर प्रदेश के नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंकित चौहान हत्याकांड मामले का आज यूपी एसटीएफ ने खुलासा किया है. इस खुलासे की पूरी जानकारी एसटीएफ आईजी अमिताभ यश ने आज नोएडा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिये दी.
नोएडा: सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंकित चौहान हत्याकांड का एसटीएफ ने किया खुलासा! https://t.co/OE1uDyX6IX
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) June 2, 2017
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फॉर्च्यूनर कार लूटने के लिये की गई थी हत्या-
- सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंकित चौहान हत्याकांड के जिन बदमाशों को सीबीआई ढूंढ रही थी.
- उन बदमाशों को यूपी STF ने अरेस्ट किया है.
- इस मामले में आज एसटीएफ आईजी अमिताभ यश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिये खुलासा किया.
- आईजी अमिताभ यश ने बताया कि फॉर्च्यूनर कार लूटने के लिए ये हत्या की गई थी.
- यश ने आगे कहा कि अपराधियों ने स्वीकार किया की इस घटने में उनके साथ पंकज पुत्र श्रीपाल भी शामिल था.
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- उन्होंने ये भी बताया कि अपराधियों ने इस घटना में होंडा एकॉर्ड का नम्बर प्लेट बदला हुआ था.
- STF आईजी ने बताया की अभियुक्त मनोज कुमार के पास से उसकी निशानदेही पर उपर्युक्त नबर प्लेट भी बरामद कर लिया गया.
- उन्होंने बताया की घटना में इस्तेमाल किया गया शस्त्र पंकज का था.
- जो की लाइसेंसी शस्त्र था.
- सतपाल उर्फ़ सत्ते पुत्र लोकेश भाटी द्वारा एक फॉर्च्यूनर कार लूटने का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था.
- इसी के कारण ये घटना हुई है.
ये था पूरा मामला-
- यूपी के नोएडा में 13 अप्रैल साल 2015 को सॉफ्टवेयर इंजीनियर अंकित चौहान की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी.
- घटना वाले दिन अंकित अपनी अपने दोस्त गगन के साथ पत्नी से मिल कर लौट रहे थे.
- इस दौरान बरौला बाईपास से होते हुए घर जाते समय होंडा एकॉर्ड से हमलावरों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया.
- जिसके बाद हमलावरों ने उन्हें ओवरटेक करते हुए उन पर गोली चल दी.
- हालांकि पहली गोली कार की स्टेयरिंग में लगी जिससे घबरा कर अंकित नीचे झुक गया.
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- लेकिन इस बीच कार पेड़ से टकरा कर रुक गई.
- इस दौरान हमलावरों ने बगल से आकार उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी.
- जिसके चलते अंकित चौहान मौत हो गई.
- इसके बाद ये मामला हाईकोर्ट पहुंचा था.
- जहाँ परिजनों की हाईकोर्ट ने इस मामले की CBI जांच के आदेश दिए थे.
- बता दें की कोर्ट ने ये आदेश हत्या के करीब एक साल बाद दिया था.
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