राजधानी लखनऊ के हसनगंज इलाके में स्थित डालीगंज रेलवे क्रासिंग के पास गुरुवार सुबह फिर पूर्वोत्तर रेलवे की पटरियों से क्लिप्स गायब होने की सूचना से हडकंप मच गया। सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होते ही रेलवे प्रशासन में हडकंप मच गया। सूचना मिलते ही अधिकारियों ने मौके पर जाकर मामले की पड़ताल की तो वहां कुछ भी गायब नहीं था बल्कि ये क्लिप ढ़ीले होकर निकल गए थे। इसके बाद रेलवे अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
क्या है पूरा मामला?
- पूर्वोत्तर रेलवे के प्रवक्ता अलोक श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह की मैन रेलवे की पटरियां चेक कर रहे थे।
- वह ढीली क्लिप को टाइट करने का काम कर रहे होंगे तभी किसी जागरूक व्यक्ति ने पटरियों से क्लिप गायब होने की सूचना कंट्रोलरूम को दे दी।
- इस सूचना का संज्ञान लेते हुए अधिकारी मौके पर पहुंचे और पड़ताल की तो वहां सब सामान्य था।
- की-मैनों ने कई ढ़ीले क्लिप को बदला भी वहीं निकले मिले क्लिप को कब्जे में ले लिया गया है।
- उन्होंने बताया क्योंकि आज के समय में जनता काफी जागरूरक है और सबके पास स्मार्ट मोबाईल फोन हैं, किसी ना किसी का पत्रकारों से भी संपर्क है।
- इसलिए किसी ने ये सूचना अपने परिचित को से दी होगी उसने सन्देश को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
- उन्होंने बताया कि क्लिप गायब होने की कोई सम्भावना ही नहीं है क्योंकि रेलवे पिछले दिनों हुई घटना से काफी सक्रिय है।
- कई लोगों को पिछले मामले में हिरासत में लेकर पूछताछ भी जा चुकी है और पड़ताल आगे जारी है।
पिछले दिनों भी चोरी हो गए थे कई स्लीपर्स
- गौरतलब है कि पिछली 3 दिसंबर 2017 को डालीगंज तथा बादशाहनगर जक्शन रेलवे स्टेशन के बीच से अज्ञात लोगों ने पटरी के बीच से 71 स्लीपर्स को गायब कर दिए थे।
- इन स्लीपर्स को कौन चुरा ले गया इसकी जांच की जा रही है।
- रेलवे कर्मचारियों की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से बच गया था।
- पड़ताल में डालीगंज रेलवे स्टेशन के बीच किलोमीटर 772/4-5 में पटरी की 77 फिश प्लेट गायब मिली थीं।
- जिसे पेट्रोलमैन शिवशंकर और संजय ने तुरन्त दोनों स्टेशनों को सूचना दी और तुरन्त ट्रेनों के आवागमन रुकवा दिया था।
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Sudhir Kumar
I am currently working as State Crime Reporter @uttarpradesh.org. I am an avid reader and always wants to learn new things and techniques. I associated with the print, electronic media and digital media for many years.