रायबरेली के नैशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC) ऊंचाहार में भ्रष्टाचार और लूट का एक बड़ा मामला सामने आया है. सुरक्षा के बीच एनटीपीसी के करोड़ों की कीमत के जनरेटर बार चोरी हो गये. इस तरह किसी विभाग से करोड़ों का सामान चोरी होना कोई मामूली घटना नहीं हैं. और ना हीं इस चोरी को अंजाम दे पाना इतना आसान जब तक खुद विभाग इसमें शामिल ना हो.
30 से ज्यादा जेनेरेटर बार की चोरी:
बता दे कि रायबरेली के नैशनल थर्मल कॉर्पोरेशन के ऊँचाहार के स्टोर रूम में 30 से ज्यादा जेनेरेटर बार रखे गये थे. इन जेनेरेटर बार की सुरक्षा सीआईएसएफ के अंतर्गत हो रही थी. अब मामला सामने आया है कि ये 30 से ज्यादा जेनेरेटर बार स्टोर रूम से गायब हो गये हैं.
इन जेनेरेटर बारों की सुरक्षा के बावजूद इनके गायब होने से जहाँ हड़कम्प मंच गया है, वहीं इतने बड़े घोटाले का पर्दाफाश भी हुआ है. बता दें कि इन जेनेरेटर बार की कीमत करोड़ों में हैं. एक जेनेरेटर बार की कीमत 9-9 लाख रुपये हैं. इस हिसाब से करीब 2 करोड़ 70 लाख से अधिक की चोरी को अंजाम दिया गया.
यह जेनेरेटर बार कॉपर के होते है और इनका उपयोग ऊर्जा उत्पादन के लिए किया जाता है.
9-9 लाख के एक एक जेनेरेटर बार:
सीआईएसएफ सुरक्षा के बावजूद NTPC ऊंचाहार स्टोर रूम से करोड़ों की चोरी हो जाती है और लोगों को कानों कान भनक भी नही पडती इससे विभाग पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की निगरानी में एनटीपीसी ऊँचाहार के स्टोर से इस चोरी को अंजाम देने पर सीआईएसएफ और एनटीपीसी की मिलीभगत होने की आशंका जताई जा रही है.
बहरहाल एनटीपीसी की तरफ से ऊंचाहार थाने में केस दर्ज करवा दिया गया है. देखना गौरतलब होगा कि इस ओर प्रशासन क्या एक्शन लेती है और चुराए गये जेनेरेटर बार को वापस प्राप्त कर पाते है या इस करोड़ों के नुकसान को झेलते हैं.