रजिस्ट्रेशन बिना चल रहे नर्सिंग होम पर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने स्कूटर इंडिया के चौराहे पर चल रहे श्याम नर्सिंग होम पर छापा मारा। नर्सिंग होम में कमियां देखकर अधिकारियों की आंखें खुली की खुली रह गई। सबसे ज्यादा अधिकारी इस बात से अचंभित हुए कि कक्षा आठ पास व्यक्ति अस्पताल चला रहा था। लोग जानते हुए भी उससे इलाज कराकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। अधिकारियों को यह नर्सिंग होम बिना रजिस्ट्रेशन के चलता मिला। जिसके बाद अधिकारियों ने उसे सीज कर दिया।
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नर्सिंग होम में मचा हड़कंप
- पिछले कई वर्षो से चल रहा यह नर्सिंग होम इस समय अवैध तरीके से संचालित किया जा रहा था।
- इतना ही नही नर्सिंग होम का संचालक कक्षा-आठ पास घनश्याम सिंह नामक युवक कर रहा था।
- जो अपने परिवार सहित अस्पताल की दूसरी मंजिल पर रहता है।
- सीएमओ टीम द्वारा की गई इस कार्रवाई के दौरान मौके पर सरोजिनीनगर एसडीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह सहित सरोजनीनगर पुलिस भी मौजूद रही।
- एसीएमओ के मुताबिक पिछले काफी दिनों से डीएम व सीएमओ को श्याम नर्सिंग होम (अस्पताल) के बारे में शिकायते मिल रही थी।
- जिसके तहत डीएम कौशल राज शर्मा के आदेश पर सरोजनीनगर एसडीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह, सीएमओ कार्यालय की टीम के साथ अचानक श्याम नर्सिंग होम में छापा मारा।
- जहां उनके पहुंचते ही नर्सिंग होम में हड़कंप मच गया और वहां मौजूद अस्पताल का पूरा स्टाफ भाग खड़ा हुआ।
मौके पर नहीं मिला कोई डॉक्टर
- टीम जब नर्सिंग होम में छापे कर रही थी तो वहां कोई नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर नहीं मिला।
- अस्पताल में कितने डॉक्टर हैं, इसके बारे में भी अस्पताल संचालक कोई जवाब नहीं दे सका।
- अस्पताल में कई ऐसी मशीनें भी मिली जिनके कोई कागजात अधिकारियों को नहीं दिखाई सके।
- एसीएमओ डॉ. संजय कुमार ने बताया कि निरीक्षण के दौरान नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन चालू हालत में नहीं मिला।
- बल्कि उसकी अवधि बीते 30 अप्रैल को ही खत्म हो चुकी थी।
- लेकिन बावजूद नर्सिंग होम बराबर संचालित किया जा रहा था।
- इतना ही नहीं पिछले रजिस्ट्रेेशन में दर्ज आठ डॉक्टरों में से मौके पर न तो कोई डॉक्टर और न ही नर्सिंग होम का संचालक मौजूद मिला।
छापेमारी के दौरान मिले छह मरीज
- नर्सिंग होम में छापे के दौरान कुल छह मरीज भर्ती मिले।
- इसमें से एक नर्सिंग होम संचालक की पत्नी शंकरी देवी भी थी।
- भर्ती चार मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एबुलेन्स से लोकबंधु अस्पताल पहुंचा दिया।
- जबकि दो मरीज अपनी स्वेच्छा से अपने घर चले गए।
- नर्सिंग होम में भर्ती मऊ जिले की मीनाक्षी का दो दिन पहले ऑपरेशन हुआ था।
- जबकि यही के रनियापुर निवासी काली चरण के पेट में पथरी का ऑपरेशन हुआ था।
- जबकि मोहनलालगंज के मारूतिनंद पेट दर्द से पीडि़त, चिल्लावां निवासी रजनी पीलिया से पीडि़त और नर्सिंग होम संचालक की पत्नी शंकरीदेवी दुर्घटना में दाहिने पैर में फ्रैक्चर से पीडि़त थी।
- इनमें से मीनाक्षी, नेहा, कालीचरण व मारुतिनन्द को लोकबंधु अस्पताल में पहुंचाकर भर्ती करा दिया गया है।
- जबकि रजनी व शंकरी अपने अपने घर चली गई।
- नर्सिंग होम परिसर में ही मेडिकल स्टोर भी संचालित हो रहा था।
- यह मेडिकल स्टोर भी नर्सिंग होम संचालक का बताया जा रहा है।
- बताते है कि मेडिकल स्टोर भी अवैध रूप से संचालित हो रहा था।
- मेडिकल स्टोर में भी मौजूद कर्मचारी छापे की भनक पड़ते ही भाग खड़ा हुआ।
- स्वास्थ्य विभाग की टीम के मुताबिक मेडिकल स्टोर संचालन से सम्बन्धित कोई कागजात मौके पर मौजूद नही मिल सके।
- फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे सील नही किया है।