गणतंत्र दिवस आते ही भले ही पुलिस सुरक्षा-व्यवस्था के तमाम दावे कर रही हो लेकिन इस सुरक्षा की पोल खोलती हुई चारबाग रेलवे स्टेशन की एक तस्वीर सामने आई है। वैसे तो यहां लाखों यात्रियों की सुरक्षा के लिए लिए RPF और जीआरपी के जवान हर प्लेटफॉर्म पर तैनात रहते हैं। लेकिन एक बुजुर्ग व्यक्ति की लाश घंटों पड़ी रही लेकिन किसी की नजर इस तरफ नहीं गई।
जानकारी के मुताबिक, एक 50 से अधिक वर्ष का बुजुर्ग व्यक्ति मृत अवस्था में चारबाग रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 पर मृत अवस्था में पड़ा था। यात्रियों का कहना था कि वह सोमवार सुबह से ही पड़ा हुआ है। लेकिन इसकी तरफ किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। यात्रियों का कहना है कि शव के पास से बदबू आ रही थी। लेकिन इसे कोई देखने वाला नहीं। इसकी सूचना लोगों ने जीआरपी को दी लेकिन जीआरपी भी मौके पर नहीं पहुंची।
मृतक कंबल ओढ़े था और नीली गरम टी-शर्ट के अलावा कई कपड़े पहने हुए था। ऐसा लग रहा था कि ठण्ड लगने से उसकी मौत हो गई हो। इस मामले में थाना प्रभारी जीआरपी चारबाग ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं है। मामला संज्ञान में आते ही वह फ़ोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और आगे की कार्रवाई में जुट गए। फिलहाल अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। ऐसा लगता है कि वह कहीं आसपास ही रहता है और भीख मांगकर अपना पेट पालता होगा। फिलहाल जीआरपी आगे की कार्रवाई कर रही है।
बता दें कि चारबाग रेलवे स्टेशन से रोज लाखों की संख्या में यात्री यात्रा करते हैं। लखनऊ रेलवे स्टेशन इससे पहले भी बार शव मिल चुके हैं। वहीं कई बार हादसों के चलते लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। यहां कोई दुर्घटना ना हो इसके लिए फुट ओवर ब्रिज के अलावा अंडरग्राउंड ब्रिज भी बनाया गया है। इसके अलावा चारबाग स्टेशन पर करीब तीन सौ ट्रेनों का हर रोज आवागमन होता है। अनुमान है कि हर रोज इस स्टेशन से डेढ़ लाख पैसेंजर गुजरते हैं। वैसे तो रेलवे पुलिस काफी अलर्ट रहती है लेकिन शव पड़ा होने के बाद भी जीआरपी को भनक ना लगना उसकी लापरवाही को उजागर करती है।