जौनपुर जिले के एक गाँव में बेटे के प्रेम करने की सजा उसकी माँ को भुगतनी पड़ी. 5 साल बाद गाँव वापस पहुंची महिला को उसके बेटे की प्रेमिका के परिवार वालो ने पेड़ में बांधकर जमकर पीटा.
मां को मिली बेटे के प्रेम की सजा:
जौनपुर में बरसठी के भदरॉव गाँव में बीते दिन पड़ोसी दबंगो ने पांच वर्ष बाद वापस घर आई अनारा देवी को नीम के पेड़ में बाँध दिया और पूरे गांव के सामने लाठी डंडे व लात घुसो से पिट पिट कर अधमरा कर दिया.
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महिला की उम्र करीब 50 साल है. इतनी बेरहमी से पिटते देख भी दबंगो के भय से पूरा गांव मुख दर्शक बना रहा. सूचना पर पहुंची पुलिस ने पेड़ से बंधी अधमरी महिला को आजाद कराया और मौके से एक दबंग आरोपी श्यामसुरत को पकड़कर थाने ले आई. लेकिन आरोपी श्यामसुरत बरसठी पुलिस पर इस कदर हावी हुआ कि सुबह होते ही सम्मान पूर्वक उसे आजाद कर दिया गया।
क्या है मामला:
मामला पीड़ित महिला के पुत्र दीपक कुमार के प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है। सन 2013 में दीपक का दबंग आरोपी श्यामसुरत की पुत्री से प्रेम प्रसंग शुरू हुआ और दोनो का प्रेम इस कदर परवान चढ़ा की दोनों एक साथ जीने मरने की कसम खा कर घर से फरार हो गये.
जिसके बाद उन्होंने शादी कर ली.
लड़की के पिता श्यामसूरत ने बरसठी थाने में 17 जुलाई 2013 को तहरीर दी कि मेरी नाबालिक लड़की को दीपक पुत्र राधेश्याम भगा ले गया.
जिसके आधार पर पुलिस ने अपराध सख्या 367/13 धारा 363, 366 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर दीपक कुमार, माता अनारा देवी ,पुड़िया देवी एव शांति के खिलाफ़ मामला दर्ज किया. पुलिस ने न्यायालय में चार्जशीट भी दाखिल कर दी गई ।
पेड़ से बाँध पीटते रहे दबंग:
बेटे के भाग जाने के बाद महिला को भी दबंग प्रेमिका के परिजन प्रताड़ित करने लगे जिससे तंग आकर महिला भी अपना घर छोड़ कर कही और जा कर किसी तरह अपना जीवन यापन करने लगी.
पॉच वर्ष बाद कल जब महिला अपने घर वापस आई तो उसे देखते ही दबंग पड़ोसी श्यामसुरत, उसकी पत्नी और भांजा भदराव आ गया और अनारा देवी को बुरी तरह लात घुसो से मारने लगे.
अनारा देवी अपने जान की भीख मांगती रही, लेकिन दबंगो के डर से भयभीत गाँव के लोग तमाशाबिन बन देखते रहें. इतने से दबंगो का मन नही भरा तो अनारा को नीम के पेड़ से रस्सी के सहारे बाँध कर लाठी डंडे से बुरी तरह से पीटने गले.
महिला इतनी प्रताड़ना झेलने के बाद चिल्लाने लगी कि मुझे गोली मार दो या छोड़ दो।
किसी ग्रामीण ने घटना को देखकर 100 नंबर पुलिस को सूचना दी. मौके पर पुलिस की गाड़ी आते देख दबंग भाग गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़िता को पेड़ से बधी रस्सी से आजाद किया. जिसके बाद उसे और आरोपी श्यामसुरत को थाने ले कर आई।
बरसठी पुलिस और बिचौलियों का कारनामा:
यही से शुरू होता है बरसठी पुलिस और बिचौलियों का कारनामा – बरसठी पुलिस ने महिला की तहरीर पर मेडिकल जांच करारकर सिर्फ एनसीआर दर्ज की. रात भर आरोपी श्यामसुरत को थाने पर बैठाए रखा और सुबह होते ही श्यामसुरत के पैरोकारों के जोरदार पैरवी पर मात्र धारा 323 में मुकदमा पंजीकृत कर के छोड़ दिया।
गौरतलब हैं कि बरसठी पुलिस इससे पहले किसी गाँव मे आपस मे भी तू-तू मैं-मैं हो जाने पर दोनों पक्षों का 151 में चालान कर भेज देती है।इसी मामले पर सवाल उठता है कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद भी श्यामसुरत को बरसठी पुलिस ने बॉइजद बरी कर दिया।
जबकि योगी सरकार का साफ़ आदेश है कि किसी भी स्थिति में महिला उत्पीड़िन मामले को हल्के में न लिया जाए और यहाँ तो महिला को पेड़ से बाध कर पीटने का मामला है, जिसके समक्ष साक्ष्य मौजूद है. फिर ऐसे मामले बरसठी पुलिस इतनी बढ़ी नादानी कैसे कर सकती है.
आरोपी को बचा रही पुलिस:
इस सम्बन्ध में जब थानाध्यक्ष नरेन्द्र प्रसाद से पूद्दा गया तो उन्होने कहा की पेड़ से बाँध कर नही साधारण मार पीट की घटना है। लेकिन जब उन्हे महीला को पेड़ से बधे होने का विडियो किल्प दिखया गया तो उनकी बोलती बंद हो गई।
वहीं जब जिलाधिकारी मड़ियाहूं रामभुवन यादव से इस घटना पर जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में है ही नही, मामले की जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी।
प्रश्न यही उठता है कि, गरीब महिला अनार देवी के साथ न्याय कौन करेगा यह देखना दिलचस्प है कि योगी सरकार में गरीब विधवा अनारा देवी के न्याय मिलता है कि नही।