प्राक्कलन समिति के सदस्यों ने पीएमजीएसवाई के तहत बनी सड़कों का किया स्थलीय निरीक्षण.
अमेठी:
जनपद के मुसाफिरखाना विकासखंड स्थित पीएमजीएसवाई के अंतर्गत बनाई गई कादूनाला-थौरी व मुसाफिरखाना-पारा सड़क शासन के गड्ढामुक्त सड़कों के फरमान का माखौल उड़ा रही हैं.ये सड़कें ऐसी हो गई हैं कि इनपर जरा सी चूक होते ही राहगीर गड्ढे में फंस जाते हैं और आए दिन दुर्घटना के शिकार होते रहते हैं. जिम्मेदार आते हैं और स्थलीय निरीक्षण कर चले जाते हैं,लेकिन नतीजा सिफर ही रहता है.इस बीच मंगलवार को इन सड़कों की गुणवत्ता की जांच करने के लिए एकबार फिर लखनऊ से प्राक्कलन समिति के सदस्य सहित विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचे.जांच के दौरान स्थानीय लोगों ने भी गुणवत्ता पर सवाल उठाए.
सपा विधायक ने प्राक्कलन समिति के सामने उठाया था मुद्दा-
कादूनाला से थौरी नौ किमी सड़क बनी है और ऐसे ही मुसाफिरखाना से पारा को जाने वाली सड़क भी है. दोनों सड़क का प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत मरम्मत का कार्य हुआ था.मरम्मत के कुछ ही दिनों बाद सड़क की गिट्टी उखड़ने लगी.सड़क की गुणवत्ता पर गौरीगंज से सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने विधानसभा की प्राक्कलन समिति के सामने मुद्दा उठाया था. इतना ही नहीं, बीते 20 मार्च को एक टीम ने मौके पर पहुंच कर सड़क की जांच की थी. जांच से संतुष्ट न होने पर विधायक ने पुनः ये मुद्दा समिति के सामने रखा. सड़क की जांच में प्राक्कलन समिति के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र के नेतृत्व में कई विधायकों की टीम पहुंची. इस दौरान जगह-जगह सड़क खोदवा कर जांच की गई और उसके सैंपल लिए गए.
नहीं हुआ निर्माण तो अनशन पर बैठेंगे सपा विधायक
इस दौरान सीईओ सुजीत कुमार ने बताया कि इन दोनों सड़कों का स्थलीय निरीक्षण किया गया है और इसमें कुछ कमियां पाई गई हैं.उन्होंने बताया कि इससे पहले भी इन सड़कों की शिकायतें मिलती रही हैं. इसके निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिया गया है. वहीं इस पूरे मामले में सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने बताया कि उन्होंने प्राक्कलन समिति के सामने इन दोनों सड़कों के मुद्दे को उठाया था, जोकि पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं. उन्होंने कहा कि अब अगर सरकार और विभाग इन सड़कों का निर्माण नहीं करवाती है तो वे 21 जनवरी से अनिश्चितकालीन अनशन करने के लिए बाध्य होंगे.