उत्तर प्रदेश पुलिस में कुछ पुलिसकर्मी बेहतर काम करके पूरे विभाग के लिए नाम कमा रहे हैं। यह हम नहीं बल्कि ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए एक सरोजनीनगर के परिवार का कहना है। पीड़ित ने हज जाने के लिए रकम इकठ्ठा की थी लेकिन साइबर ठगों ने उसके खाते से 70 हजार रुपये की रकम उड़ा दी थी। इसकी शिकायत पीड़ित ने साइबर क्राइम सेल में की थी। साइबर क्राइम सेल की टीम ने बेहतरीन काम करके पीड़ित के खाते में आधे से ज्यादा रकम वापस करवा दी। बैंक खाते में पैसे पहुंचने का जब मैसेज पीड़ित को मिला तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। पीड़ित परिवार शुक्रवार को मिठाई का डिब्बा लेकर साइबर क्राइम सेल के हजरतगंज कोतवाली स्थित कार्यालय पहुंचा और पूरी टीम को धन्यवाद देकर प्रशंसा की।
पीएनबी बैंककर्मी बनकर उड़ाए 60 हजार रुपये
सरोजनीनगर थाना क्षेत्र के एयरपोर्ट के पास अवध बिहार कॉलोनी में रहने वाले इम्तियाज़ अहमद ने बताया कि वह रेलवे की नौकरी से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। पिछली 4 अप्रैल 2018 को उनके मोबाईल पर एक कॉल आई। कॉलर ने खुद को पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का अधिकारी बताते हुए कहा कि आप का डेबिट कार्ड ब्लॉक हो रहा है। इसको आधार कार्ड से लिंक किया जा रहा है कार्ड को सुचारु रूप से चलाने के लिए कार्ड का नंबर, एक्पायरी डेट और पीछे लिखा तीन अंको का सीवीवी नंबर बता दें। पीड़ित ने समझा कि ये अधिकारी ही बोल रहा है और उसने डिटेल बता दी। इसके बाद कॉलर ने कहा कि मोबाईल पर भेजे जा रहे ओटीपी (वन टाइम पॉसवर्ड) को बता दें। वह जालसाज को समझ नहीं पाये और ओटीपी बता दिया। इसके बाद जालसाज ने 6 बार उनके मोबाईल पर OTP भेजे। हर बार ओटीपी बताने के बाद रकम उनके खाते से जालसाज उड़ाता रहा। पीएनबी के खाते से जालसाज ने 60 हजार रुपये उड़ा दिए।
इलाहाबाद बैंक से भी पार किये 10 रुपये
जालसाज का इससे भी मन नहीं भरा तो उसने कहा कि अगर आप का कोई दूसरा खाता है तो उसका भी नंबर बता दीजिये तो उस खाते में भी आधार अपडेट कर दें। पीड़ित ने इलाहाबाद बैंक का खाता बताया तो जालसाज ने 3 बार ओटीपी भेजकर 10 हजार रुपये की रकम उड़ा दी। पीड़ित का बेटा जब घर वापस आया तो उन्होंने पूरी बात बताई। मोबाईल में ट्रांजेक्शन के संदेश देखकर उसके होश उड़ गए। इसकी शिकायत उसने सरोजनीनगर थाने पर की तो पुलिस ने साइबर क्राइम सेल में रिपोर्ट दर्ज करवाने की सलाह दी। पीड़ित भरी दोपहरी में गुरुवार को साइबर क्राइम सेल पहुंचा और जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
साइबर क्राइम सेल की टीम ने किया बेहतर काम
साइबर क्राइम सेल हजरतगंज के प्रभारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के बाद खाता संख्या लेकर साइबर क्राइम सेल में तैनात सरीफ खान ने ट्रांजेक्शन ट्रैस करके पीड़ित के खाते में 70,000 में से 50,000 रुपये वापस करवा दिए। सरीफ के साथ इस नेक काम में साइबर क्राइम सेल की टीम में कांस्टेबल अखिलेश कुमार, फिरोज बदर ने भी अहम रोल निभाया। टीम ने पीड़ित को फोन पर इसकी जानकारी दी। पैसे खाते में पहुंचते ही शुक्रवार सुबह पीड़ित मिठाई का डिब्बा लेकर कोतवाली पहुंचा और पूरी टीम को धन्यवाद दिया। यहां पीड़ित सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्रा से भी मिला और टीम की प्रशंसा की।
साइबर अपराधी कर रहे ठगी, ऐसे बचें
➡साइबर एक्सपर्टों की मानें तो साइबर अपराधी बैंक अकाउंट बंद होने क्रेडिट/डेबिट कार्ड बंद होने की बात कहकर कॉल के जरिये खुद को बैंक अधिकारी बताकर बैंक डिटेल मांग रहे हैं उन्हें अपनी गोपनीय जानकारी ना बताएं।
➡ईमेल से जुड़ी सूचनाओं को भी बेहद गोपनीय रखें।
➡जालसाज फोन पर लॉटरी जीतने और बीमा पॉलिसी के नवीनीकरण के संबंध में सूचनाएं दे रहे हैं इन सूचनाओं को नजरंदाज कर कॉल डिस्कनेक्ट करें।
➡साइबर ठग काॅल स्पूफिंग के जरिये भी ठगी कर रहे हैं।
➡फोन पर बहुत ही आकर्षक और वीआईपी नंबर आने पर भी इसे अनदेखा करें।
➡वर्तमान समय में तकनीक बढऩे के साथ ही साइबर क्राइम भी तेजी से बढ़ रहा है।
➡अपराधी सोशल वेबसाइट का पासवर्ड हैक कर भी परेशान कर रहे हैं।
➡इन अपराधियों की चिकनी बातों में आकर पढ़े लिखे लोग भी आ जाते हैं इन ठगों से खुद जागरूक होकर बचें।
➡ठगी की आशंका होते ही पुलिस से संपर्क करें। किसी अजनबी को आपना नंबर ना दें और सोशल नेटवर्किंग साइट पर लॉक कोड का प्रयोग करें।
➡अपने बैंक खाते की डिटेल और एटीएम का पासवर्ड किसी को ना बताएं।