राशन की कालाबाजारी पर लगाम लगाने तथा फर्जी राशन कार्ड पर शिकंजा कसने के लिए राशन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराया जा रहा है. राशन कार्ड का डिजिटल होने के बाद जहाँ फर्जी राशन कार्ड पर रोक लगेगी वहीँ लोगों को अआनी से राशन भी उपलब्ध होने लगेगा. बता दें कि सरकार की तरफ से लोगों को मार्च तक का समय दिया गया था. लेकिन बाद में इसे बढ़ा कर अप्रैल तक करा दिया गया था जिससे लोग अपना आधार कार्ड राशन कार्ड से लिंक करा सकें. लेकिन हैरानी की बात है प्रदेश भर में अब तक सिर्फ 9 फीसद राशन कार्ड ही डिजिटल हो पाये हैं.
उत्तर प्रदेश में बने थे 3.41 करोड़ राशन कार्ड-
- प्रदेश भर में राशन कार्ड का डिजिटलीकरण किया जा रहा है.
- गौरतलब हो की उत्तर प्रदेश में 3.41 करोड़ राशन कार्ड बनाये गए थे.
- लेकिन इन में मात्र 9 फीसद राशन कार्ड ही अब तक डिजिटल पाए हैं.
- यही नही प्रदेश भर में अब तक सिर्फ 2.58 करोड़ कार्ड आधार नंबर से लिंक हुए हैं.
- यानी की 76 फीसद राशन कार्ड अब तक आधार नंबर से जोड़े गये हैं.
- बता दें कि इस दौरान बड़ी संख्या में राशन कार्ड रद्द भी किया गए हैं.
- जिनकी संख्या प्रदेश में 31.15 लाख के करीब बताई जा रही है.