लखनऊ शहर में डेगू केे मरीजों की सख्या लगातार बढ़ती जा रही है। राजधानी के अस्पतालों में रोजाना डेगू के मरीज पहुंच रहे हैंं। इस बीमारी के इस भयकर प्रकोप के बाद भी नगम निगम सिर्फ आलीशान इमारताें में डेगू से बचाने वाली दवा का छिडकाव करवा रहा है। ये दवा अधिकतर उन इमारतो या कालौनियों में छिडकी जा रही है जहा पैसे वाले लाेग रहते है।
अमीरो के घरो में किया जा रहा है डेगू की दवा का छिड़काव
- यूपी सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश भर में एलाइजा टेस्ट से 4 हजार 296 लोग इस बीमारी का शिकार हो चुके हैं।
- सितम्बर 2015 में यह आंकड़ा 731 दर्ज किया गया था।
- आंकड़ों की मानें तो, इस साल प्रदेश में डेंगू 6 गुना ज्यादा फ़ैल चुका है।
- गाइडलाइन के तहत, एलाइजा टेस्ट के बाद से ही मरीज को पुख्ता तौर पर डेंगू का मरीज माना जाता है।
- एलाइजा को कार्ड टेस्ट के माध्यम से किया जाता है, जो प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में यह सुविधा उपलब्ध है।
- इन सबके बावजूद नगर निगम को शहर के सिर्फ अमीर तबके के लोगो की ही फ्रिक है ।
- डेगू की दवा का छिडकाव केवल वहा किया जा रहा है जहा अमीर तबके के लोग रहते है।
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