सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 16वें स्थापना दिवस के मौके पर 27 अक्टूबर 2018 को रमाबाई आंबेडकर मैदान में “गुलामी छोड़ो-समाज जोड़ो अति पिछड़ा, अति दलित महा रैली” का आयोजन होने वाला है.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का 16वां स्थापना दिवस
इस बात की जानकारी सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राणा अजित प्रताप सिंह ने आज दी. उन्होंने बताया कि 27 अक्टूबर की रैली में वंचित समाज के लोगो को प्रेरित करने का काम किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने हमेशा से दबे कुचले गये लोगों को आगे बढ़ाने का काम किया.
राणा अजित प्रताप ने ये भी कहा कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी सभी वर्गों के अधिकारों की बात करती है.
बता दें कि कार्यक्रम का आयोजन पार्टी के 16 वें स्थापना दिवस के अवसर पर लखनऊ के रमाबाई आंबेडकर मैदान में होना निर्धारित हुआ है.
सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास:
इस रैली के कई मायने है, खास कर जब लोकसभा चुनाव नज़दीक है और बीते दिन चुनाव के मद्देनज़र लखनऊ आये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 73 सीटों से ज्यादा का लक्ष्य प्राप्त करने की बार बार बात कही है.
इस कड़ी में पार्टी के स्थापना दिवस पर रैली करके सुभासपा भाजपा पर दबाव बनाने का भी प्रयास करेगी. इस रैली के जरिए मंत्री राजभर दलितों और पिछड़ों को कोटे में कोटा निर्धारित करने समेत तमाम मुद्दों को लेकर भाजपा सरकार पर दबाव बना रहे हैं।
आरक्षण के बंटवारे को लेकर मांग:
गौरतलब है कि इस रैली का लक्ष्य ही पिछड़े और दलित वर्ग को मिल रहे आरक्षण के बंटवारे को लेकर है. बता दें कि 1990 से ही पिछड़ी जाति के उत्थान के लिए उन्हें 27 फीसदी आरक्षण लागू है लेकिन पार्टी का मानना है कि इसका लाभ सिर्फ कुछ ही जातियों तक सीमित है.
इसी को आधार बनाते हुए सुहेलदेव आरक्षण के लाभ को पिछड़ा. अति पिछड़ा और सर्वाधिक पिछड़ा में बांटकर सभी तक बराबर से आरक्षण का लाभ पहुँचाना चाहता है.
वैसे ही अनुसूचित जाति के लिए मिलने वाला 22.5 फीसदी आरक्षण भी सुभासपा दलित, अति दलित और महा दलित में विभाजित कर के वंचित जातियों को उनका अधिकार दिलाने के लिए काम कर रही है.
मतदाता पेंशन और बुंदेलखंड की मांग:
वहीं इस रैली के माध्यम से पार्टी प्राथमिक स्कूलों में अनिवार्य तकनीकी शिक्षा और स्नातकोत्तर तक मुफ्त शिक्षा देने की मांग राज्य और केंद्र सरकार तक पहुँचाने का प्रयास करेंगी.
इसके अलावा बिहार और गुजरात की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी पूर्ण शराब बंदी की मांग को लेकर भी रैली आयोजित हुई है. बता दें कि मतदाता पेंशन की मांग को लेकर भी सुभासपा सरकार से मांग करेगी जिसमें हर मतदाता को 5000 रुपये मतदाता पेंशन के तौर पर दिए जाने की मांग की जाएगी.
वहीं काफी समय से चल रहे बुंदेलखंड खंड राज्य की मांग को भी उन्होंने समर्थन देते हुए पूर्वांचल, मध्यांचल और पश्चिमांचल को अलग बनाकर कानून व्यवस्था को ठीक करने की संचालित करने की मांग रखी है.