उत्तर प्रदेश पुलिस अपने मां-बाप से बिछड़ गये बच्चों को वापस उनके घर पहुंचाने के लिए ऑपरेशन मिलन नाम की मुहिम चला रही है। आमतौर पर असंवेदनशील समझी जाने वाली उत्तर प्रदेश पुलिस की यह मुहिम वाकई काबिले तारिफ है।
उत्तर प्रदेश पुलिस का ‘ऑपरेशन मिलन’ शुरू, पहले दिन ही मिलाया दो लोंगों को अपने परिवार से
आईजी जोन ए सतीश गणेश की पहल पर पुलिस प्रदेश के 11 जिलों में ऑपरेशन मिलन चला रही है। प्रदेश पुलिस की इस पहल के सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहें है। विगत 28 अप्रैल को आईजी ने लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, अमेठी, फैजाबाद, सुल्तानपुर, अम्बेडकर नगर, सीतापुर, हरदोई, बाराबंकी और लखीमपुर खीरी के एसएसपी/ एसपी को इस सम्बन्ध में निर्देश देते हुए ऑपरेशन मिलन की शुरूआत करने के निर्देश दिये थे। लखनऊ जोन के इन 11 जिलों में 469 लोगों के अपहरण के मामले संज्ञान में हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने शुरू किया ‘ऑपरेशन मिलन’, कई बिछड़े हुए लोंगों को अपनों से मिलाने की कोशिश!
पुलिस की इस मुहिम के बाद से गुमशुदगी के कुल 469 मामलों में से 254 में सफलता हासिल हुई है, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। देखिये ऑपरेशन मिलन की सफलता का ग्राफः
- लखनऊ के 140 प्रकरणों में से 82 में मिली है सफलता।
- उन्नाव के 32 प्रकरणों में से 27 में मिली है सफलता।
- रायबरेली के 35 प्रकरणों में से 22 में मिली है सफलता।
- अमेठी के 21 प्रकरणों में से 3 में मिली है सफलता।
- फैजाबाद के 22 प्रकरणों में से 11 में मिली है सफलता।
- सुल्तानपुर के 17 प्रकरणों में से 8 में मिली है सफलता।
- अम्बेडकर नगर के 15 प्रकरणों में से 4 में मिली है सफलता।
- सीतापुर के 56 प्रकरणों में से 27 में मिली है सफलता।
- हरदोई के 33 प्रकरणों में से 5 में मिली है सफलता।
- बाराबंकी के 46 प्रकरणों में से 15 में मिली है सफलता।
- खीरी के 52 प्रकरणों में से 14 में मिली है सफलता।
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