अब पीएसीकर्मियों (बड़ी मूछ वाले) को हर महीने 250 रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। ये प्रोत्साहन राशि उनकी मूछों के रखरखाव के लिए दी जाएगी। अगर आप प्रोविंशियल आर्म्ड कॉन्स्टेबुलरी (पीएसी) में हैं और रौबीली मूंछ रखने का शौक है तो आपके लिए खुशखबरी है। अभी तक उन्हें मूंछों के रखरखाव के लिए महज 50 रुपये ही मिल रहे थे। पीएसी की सभी 33 बटालियन में इस व्यवस्था को लागू करने के लिए एडीजी बिनोद कुमार सिंह ने सर्कुलर जारी कर दिया है। एक रिटायर्ड पुलिस अफसर के मुताबिक, विभाग में मूंछ भत्ते को प्रोत्साहन न मिलने से पुलिसकर्मियों में रौबीली मूंछें रखने के चलन में गिरावट आई। ब्रिटिश राज में पुलिसकर्मी बड़ी-बड़ी मूंछें रखते थे ताकि वे आम लोगों से अलग और रौबदार दिखें। जिलों में तैनात अफसर वक्त-वक्त पर बड़ी मूंछें रखने वाले पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित करते रहे हैं, लेकिन कोई समग्र योजना या भत्ता लागू न होने की वजह से यह चलन धीरे-धीरे कम होता गया।

एडीजी बिनोद कुमार ने बताया कि वह हाल में कुंभ में पीएसी जवानों की ड्यूटी व उनके रहने की व्यवस्था देखने के लिए गए थे। वहां कई जवान ऐसे दिखे, जिन्होंने रौबदार बड़ी-बड़ी मूंछें रखी हुईं थीं। उन सभी जवानों को वहां इसके लिए पुरस्कृत किया गया। मूंछ रखना या न रखना व्यक्तिगत फैसला है, लेकिन वर्दीधारी जवानों में इस चलन को बढ़ाने के लिए सभी 33 वाहिनियों को निर्देश दिया गया है कि वे रौबदार मूंछें रखने वालों को प्रोत्साहित करें ताकि दूसरों को भी प्रेरणा मिले।

हर वाहिनी में मूंछों के लिए प्रोत्साहन राशि पाने वाले जवानों का चयन कंपनी कमांडर करेगा और सेनानायक उस पर अंतिम मुहर लगाएंगे। रौबीली और बड़ी मूंछ वालों को ही प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। एडीजी ने बताया कि फिलहाल प्रोत्साहन राशि सभी वाहिनियों में उपलब्ध बजट के आधार पर दी जाएगी। जल्द ही इसके लिए बजट में अलग से मद बनाया जाएगा। इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। इसके अलावा जवानों को बेहतर वर्दी और फिट शरीर के लिए भी प्रोत्साहित करने पर विचार चल रहा है। जवानों के ट्रेनिंग शेड्यूल को भी फिर से तय किया जाएगा। उन्हें रिफ्रेशर कोर्स कराए जाएंगे।

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