सरकार पराग को इंटरनेशनल ब्रैंड बनाना चाहती है लेकिन कंपनी के दलाल अधिकारी अपनी लालच से पराग को खोखला करने में लगे है. आलम ये है कि कर्मचारियों की मिली भगत से टैंकरों में पानी भरकर कंपनी को लूटा जा रहा है. कहानी में और भी कई ट्विस्ट हो जो बता रहे कि कैसे पराग में लूट का खेल चल रहा है .
दूध के भाव बेच दिया पानी
- सुनकर आपको अजीब लग रहा होगा लेकिन तस्वीरें और करतूत साफ तौर पर बता रही है कि किस तरह से पराग में लूटका खेल चल रहा है.
- नियम कानून और लोगों के स्वास्थ्य को छोड़िए.
- देखिए सरकार की मंशा को पलीता लगाने के लिए अधिकारी से लेकर कर्मचारी शिद्दत से लगे हुए है.
- ताजा मामला देखिए और समझिए कि कैसे यहां मलाई काटने के लिए पानी को दूध के भाव बेचा जारहा है.
- जांच अभियान में जोसच्चाई सामने आई वो हैरान कर देने वाली थी.
- गाड़ी में पानी और ईंट भर कर दूध के भाव की तौल कराई जा रही थी.
- ड्राइवर दूध चोरी के लिए खेल करते थे लेकिन कहीं न कहीं सांठगांठ भी है.
- पराग प्रबंधन ने 72 घंटे मामले को दबाये रखा.
- जांच के लिए सदस्यीय जांच समिति गठित कर दी.
- महाप्रबंधक हंसवीर सिंर वर्मा भी सवालों से बचते नजर आए और मामले पर खामोश रहे.
https://youtu.be/v4biJTmrurU
लालच में हो रहा खेल
- लूट के खेल से वाकिफ तो सब है पर खुलकर बोलने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहे हैं.
- कम्पनी घाटे में है फिर भी दाम लिखाने के नाम पर करोड़ों लुटाए गए
- दही पैक पर दाम लिखवाने के लिए ज्यादा का भुगतान किया गया और इसमें भी मलाई काटी गई.
- पराग ने लाखों की कोडिंग मशीन खरीदी थी जो जब खराब हुई तो सुधारने का किसी ने नहीं सोचा.
- बस अधिकारी लूट का सोचते रहे औरकंपनी को चूना लगाते रहे.
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