उत्तर प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद मुलायम सिंह यादव को जमीनी नेता माना जाता है। कहते हैं कि हेलिकॉप्टर में बैठकर किसी गाँव के ऊपर से उड़ने पर मुलायम उस गाँव का नाम तक बता देते थे। सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं देश भर के नेता उनका सम्मान करते हैं क्योंकि मुलायम की जनता के बीच अच्छी पकड़ मानी जाती है लेकिन आज हम आपको एक ऐसे सपा नेता के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें पूर्वांचल की राजनीति में छोटा मुलायम कहा जाएँ तो गलत नहीं होगा।
अखिलेश से मुलायम सभी से हैं अच्छे संबंध:
पूर्वांचल की राजनीति में पारसनाथ यादव एक जाना-पहचाना नाम बन चुका है। उनके सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से लेकर मुलायम सिंह यादव तक सभी से अच्छे संबंध हैं। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के दौरान जब सपा में 2 गुट बन गए थे तब पारसनाथ यादव ने अखिलेश यादव का साथ दिया था।
वे उस दौरान अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। पारसनाथ की पहुँच का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सपा में गृहयुद्ध के दौरान मुलायम ने सिर्फ शिवपाल और इनके लिए ही चुनाव प्रचार किया था। यही कारण था कि उन्हें भारी मतों से जीत भी मिली थी।
विधायक से लेकर रह चुके हैं सांसद :
उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा के कद्दावर नेताओं में शुमार पारसनाथ यादव जौनपुर लोकसभा क्षेत्र से 2 बार सांसद रह चुके हैं। उन्हें लोकसभा के 1998 व 2004 चुनावों में जीत मिली थी। इसके अलावा वे पिछले लगातार 6 बार से जौनपुर की मल्हनी विधानसभा से विधायक हैं।
वे ऐसे नेताओं में हैं जो मुलायम सिंह यादव और अखिलेश दोनों की सरकारों में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। पूर्वांचल की राजनीती में उनकी अच्छी मानी जाती है। इनकी पत्नी ग्राम प्रधान रह चुकी हैं और वर्तमान में इनकी बहू ब्लॉक प्रमुख हैं। इसके अलावा इनका बेटा भी सपा प्रत्याशी रह चुका है।