कहते हैं की ‘जाको राखे साईया मार सके न कोई’ एक ऐसी ही घटना भवनाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जा रही एक गर्भवती महिला के साथ घटी। आधारभूत संरचना की कमी का दंश झेलते हुए जुलेखा बीबी ने बारिश के बीच खुले आसमान के नीचे एक मासूम को जन्म दिया। ढेकुलिया गांव में सड़क नहीं होने व बरसात में ग्रामीण सड़क की दुरावस्था के कारण उसके घर तक वाहन नहीं आ सकता। बस इसी मजबूरी में उसे पैदल ही पगडंडियों से होते हुए प्रसव के लिए भवनाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए निकलना पड़ा। लेकिन, बीच रास्ते में प्रसव पीड़ा इतनी बढ़ गई की बारिश व खुले आसमान के नीचे ही उसका प्रसव हो गया।

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बाँध टूटने से हो रही परेशानी

  • आपको बता दें की यह घटना प्रखंड मुख्यालय से महज एक किमी की दूरी पर हुई।
  • मंगलवार की सुबह जब जुलेखा बीबी को प्रसव पीड़ा हुई।
  • वो अपने अपने पति जाकिर हुसैन व सास रोबिना बीबी के साथ प्रसव के लिए पैदल ही स्वास्थ्य केंद्र के लिए निकली।
  • इसी बीच प्रसव पीड़ा से बेचैन जुलेखा बीबी ढेकुलिया नाला बांध पर गिर पड़ी।
  • उसकी सास ने सहयोग के लिए आसपास की महिलाओं को भी बुलाया।

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  • जहां सबके सहयोग से लगभग आधे घंटे के प्रयास के बाद महिला ने स्वस्थ्य शिशु को जन्म दिया।
  • फिर वहां से किसी तरह जच्चा-बच्चा को सड़क तक लाया गया।
  • वहां से परिजन दोनों को ऑटो से भवनाथपुर सीएचसी लेकर आये। जहां दोनों को भर्ती किया गया।
  • ग्रामीणों ने बताया कि पिछले वर्ष नाले का बांध टूटने से गांव में वाहन नहीं आ पाता है।
  • बरसात में पगडंडी गीली होने के कारण महिला को सड़क तक आने में आधे घंटे का समय लगा।
  • जिससे वह समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सकी।
  • बारिश के दिनों में तो हम जैसी महिलाओं को और भी समस्या हो जाती है।

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