श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल (सिविल) में देर शाम पेट दर्द की शिकायत पर भर्ती किये गये मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने सिविल अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। परिजनों का आरोप है कि उसके डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगा दिया। इसके कारण उसकी घर जाते ही मौत हो गई। जब परिजनों ने हंगामा काटा तो डॉक्टर भाग गए। इस मामले में पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यह है पूरा घटनाक्रम
- जानकारी के मुताबिक, हजरतगंज थाना क्षेत्र के राधा कृष्ण मंदिर के पास नरही निवासी बब्लू (45) के पेट दर्द की शिकायत के बाद उसके परिजनों ने पास के ही सिविल अस्पताल में उसे भर्ती कराया।
- जहां इमरजेन्सी में मौजूद डॉ. नितिन मिश्रा तथा डॉ. अनिल ने उसे अटेन्ड करने के बाद दर्द का इन्जेक्शन लगाकर उसे इमरजेन्सी से छुट्टी दे दी।
- मृतक के परिवारजन उसे अस्पताल से घर ले गये जहां लगभग एक घण्टे के बाद बब्लू की मृत्यु हो गई।
- मृतक के परिजनों ने यह देख कर सिविल अस्पताल पहुंचकर जम कर हंगामा काटा।
लखनऊ: सिविल हॉस्पिटल में डॉक्टरों की लापरवाही से बबलू नामक युवक की हुई मौत, परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा! @Uppolice pic.twitter.com/S5oYly0GCg
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) February 7, 2017
- परिजनों का कहना है कि डॉक्टर ने बब्लू को गलत इन्जेक्शन लगा दिया जिसके कारण उसकी मृत्यु हो गई।
- परिजनों का यह भी आरोप है कि डॉक्टर भी मौके से फरार है।
- मृतक बब्लू पेशे से एक निजी इलेक्ट्रिशियन था, बब्लू की दो बेटियां तथा एक बेटा है।
- इस मामले में सिविल अस्पताल में इमरजेन्सी में कार्यरत फार्मेसिस्ट पंकज रस्तोगी ने बताया कि किसी मरीज की मृत्यु इन्जेक्शन लगाये जाने से नहीं हो सकती है।
- क्योंकि हमारे पास इमरजेन्सी में दर्द और बुखार के ही मामूली इन्जेक्शन ही उपलब्ध होते हैं जिनसे मृत्यु नहीं हो सकती है।
- पंकज ने बताया कि हो सकता है कि कोई अन्य परेशानी रही हो यह तो अब जांच का विषय है।