आरक्षण के विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया गया था। जिसके बाद देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि इस दौरान कोई भी संगठन या पार्टी प्रदर्शन में शामिल नहीं रहा। कुछ जगहों पर युवाओं ने धरना प्रदर्शन करते हुए कहा आरक्षण जाति के आधार पर नहीं बल्किी गरीबी के आधार पर दिया जाना चाहिए। इस दौरान पुलिस प्रशासन पुरी तरह से मुस्तैद रही। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रही। इस दौरान जनजीवन पूरी तरह से सामान्य रहा। प्रतिदिन के दिनचर्या की तरह दुकानें खुली रही, बच्चें स्कूल गए।
मिर्ज़ापुर में किया शांतिपूर्वक प्रदर्शन
मिर्ज़ापुर में महासभा के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर आरक्षण के विरोध में शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एडीएम को राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित पाँच सूत्रीय ज्ञापन सौंप आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की माँग की। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पंडित साधू तिवारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एस सी एसटी कानून परिवर्तन का जो आदेश दिया है हम सभी उसका समर्थन करते है, क्योंकि बहुत से लोग फर्जी एससी एसटी के मामलों में जेल गए है, सवर्णों पर अत्याचार बंद होना चाहिए। जातिगत राजनीति करने वाले मर्यादा को ताक पर रखकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की अहवेलना कर देश में दंगा फसाद करा रहे हैं जो कि देश हित में सही नहीं है।
कानपुर में नहीं दिखा रहा बंद का कोई असर
भारत बंद के दौरान कानपुर में बंद का कोई असर नहीं दिखा रहा। भारत बंद के दौरान सड़कों पर उतरी भारी पुलिस बल ने शहर के सभी प्रमुख चौराहों और अम्बेडकर प्रतिमाओं की सुरक्षा बढ़ाने के साथ प्रदर्शन कारियों की गिरफ़्तारी लिए पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किये थे। आईजी रेंज और एसएसपी की क्राइम ब्रांच और स्वाट टीम भी बंदी को लेकर प्रदर्शन करने वाले से निपटने को तैयार दिखी। पुलिस की मुस्तैदी को देख कानपुर के ज़्यादातर मार्केट खुल रही है और राहगीरों को भी कोई परेशानी नहीं हो रही।
मेरठ में था सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम
आरक्षण के विरोध में सोशल मीडिया के जरिए 10 अप्रैल को बुलाए गए भारत बंद को लेकर उत्तर प्रदेश के सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। कई संवदेनशील जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर धारा 144 लगा दी गई है। वहीं बात करें मेरठ की तो मेरठ में अब तक इसका कोई असर देखने को नहीं मिला है, मेरठ में ना ही नेट बन्द हुआ है और ना ही बाजार ना ही कोई स्कूल, मेरठ में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है।