कोरोना काल में बढ़ी वसीयत और उत्तराधिकार योजना बनाने वाले लोगों की संख्या बढ़ी, जानिए क्यों ?
पिछले साल कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से वसीयत और उत्तराधिकार योजना बनाने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। अब लोग इसे बहुत जरूरी मानने लगे हैं। दरअसल, कोरोना की महामारी ने कम उम्र के लोगों को भी अपना शिकार बनाया है। इस वजह से युवा भी इस मामले में सावधानी बरत रहे हैं।
करोना से उभरने के बाद कई लोगो को समझ आया कि वसीयत नहीं बनाने या बिजनेस और निजी संपत्ति को अलग नहीं करने से उनका परिवार कितनी बड़ी आर्थिक मुश्किल में फंस सकता है । करोना से उभरने के बाद कई लोगोने अपनी वसीयत बनानी शुरू कर दी है और वह लोग अपना बिजनेस और अपनी निजी संपत्ति को भी अलग-अलग कर रहे हैं । पहले घर के बड़े और बुजुर्ग ही सिर्फ विल के बारे में सोचते थे। लेकिन, कोरोना की महामारी ने इस मामले में उम्र के फर्क को खत्म कर दिया है ।
लीगल और एस्टेट मैनेजमेंट फर्मों का कहना है कि कई युवा और छोटे बच्चों वाले परिवार उनके पास उत्तराधिकार योजना के लिए आ रहे हैं। भले ही यह कुछ समय के लिए हो। कुछ तो अस्थायी गार्जियन भी नियुक्त कर रहे हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के हेड (प्रोडक्ट्स एंड बिजनेस डेवलपमेंट) राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि उनकी कंपनी में पिछले वित्त वर्ष के दौरान ई-विल रजिस्ट्रेशन में 76 फीसदी उछाल देखने को मिला है। श्रीवास्तव ने कहा, “40 साल से ज्यादा उम्र के कई लोग अपना ई-विल (E-will) बनवा रहे हैं। कई बड़ी कंपनियों के कर्मचारियों ने भी वसीयत बनाने में दिलचस्पी दिखाई है।”