लखनऊ में बढ़ते अपराधों से दहशत का माहौल बना हुआ है। उत्तर प्रदेश सरकार का पुलिस प्रशासन पर कोई भी नियंत्रण नहीं है। जिसकी वजह से पिछले कुछ दिनों से आये दिन नए-नए अपराधिक मामले सामने आ रहे हैं। जिनमें बलात्कार की घटनायें सबसे ज्यादा हैं। उत्तर प्रदेश सरकार अपराधिक घटनाएँ रोकने में विफल साबित हो रही है। आइये आपको बताते है कि कौन-कौन से वो मामले जो पुलिस अभी तक सुलझा नहीं पाई है-
- अलीगढ़ में युवक की हत्या, पुलिस नहीं कर पाई अब तक शव का शिनाख्त।
- लखनऊ में CO कैंट ऑफिस के पास 40 वर्षीय महिला का मिला शव। दुष्कर्म के बाद हत्याकर शव फेंके जाने की आशंका।
- लखनऊ के आशियाना क्षेत्र के देवीखेड़ा इलाके में मिला शव। युवती के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गयी
- लखनऊ पुलिस हाथ पे हाथ धरे बैठी है।
- काकोरी में दम्पति की घर के भीतर हत्या।
- हजरतगंज में माफिया के गुर्गों ने पत्रकार को बेरहमी से पीटा।
- विकासनगर में पुष्पजीत हत्याकांड का अबतक खुलासा नहीं।
- गैंगरेप-मर्डर मामल में भी अब तक ठोस निष्कर्ष नहीं।
- बड़े अफसरों के अहंकार,छोटे अफसरों के PR में फंसी पुलिस।
- लाशों का डम्पिंग यार्ड भी बना राजधानी लखनऊ।
- दूसरे जिलों की लाशों को राजधानी में फेंका जाता है।
- गश्त की बजाए वसूली में लगी रहती है राजधानी पुलिस।
- लखनऊ में हत्या कर फेंकी गई एक और लाश मिली।
- गोमती नदी के तट पर हत्या कर फेंकी गई लाश।
- गौतमपल्ली थाना क्षेत्र इलाके में हत्या कर लाश फेंकी।
- एक ही दिन में राजधानी से दो लाशें बरामद।
- पुलिस विभाग के बड़े अफसर मौके पर भी नहीं जाते।
- इलाहाबाद में दारोगा को महिला ने घर बुलाकर बनाया बंधक।
- इलाहाबाद में आशिकी में आधी रात में महिला के घर पहुंचे थे दरोगा।
- महिला ने इलाहाबाद के दारोगा पर लगाया छेड़खानी का आरोप।
- दारोगा साहब बचाव में बोले सट्टा पकड़ने पहुंचे थे महिला के घर। बिना वर्दी,बिना फोर्स दारोगा पहुंचे थे सट्टा पकड़ने।
- उन्नाव में अधिवक्ता के बेटे की निर्मम हत्या का नहीं हुआ खुलासा।
- पीड़ित परिजन लगा रहें हैं हसनगंज कोतवाली के चक्कर। होली के दिन फोन से बुलाकर की गई थी युवक की हत्या।
- मृतक का बरामद मोबाइल भी परिजनों ने पुलिस को सौंपा। हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के मोहनीखेड़ा गांव में हुई थी हत्या।
- बरेली में शोहदों की करतूत से ब्यूटी पार्लर संचालिका परेशान। 3 महीने से कर रहे छेड़छाड़,अपहरण का किया प्रयास।
- कई जगह शिकायत पर भी नहीं हो रही कार्रवाई। इज्जतनगर इलाके में रहती है पीड़िता।
राजधानी की पुलिसिंग व्यवस्था अब भगवान भरोसे ही है। राजधानी पुलिस पर अब अफसरों का नियंत्रण नहीं गया है,सीनियर अफसरों को खुश करने के लिए थानेदारों की तैनाती।