राजधानी लखनऊ में जहां यातायात पुलिस एक निजी रेडियो चैनल के साथ मिलकर यातायात जागरूकता अभियान चला रही है। लेकिन ये अभियान जमीन पर एक ढोंग दिखाई दे रहा है। यातायात पुलिस का ये अभियान हादसे का कारण दिखाई दे रहा है। वहीं इस अभियान से राहगीरों को परेशानी हो रही है।
हादसे का कारण बन रहा ट्रैफिक अभियान
- ये ट्रैफिक अभियान हादसे का कारण बन रहा है।
- वो इसलिए गुरुवार को ये अभियान हजरतगंज चौराहे पर चलाया जा रहा था।
- इसके अलावा हाईकोर्ट परिसर के पास भी ये अभियान चलाया गया।
- अभियान में निजी एफएम चैनल के कुछ कर्मचारी हाथ में गुलाब का फूल लेकर खड़े थे।
- वहीं एक ट्रैफ़िकासुर और यातायात पुलिस के कर्मचारी इसके साथ अचानक वाहनों के सामने आ रहे थे।
- ये सभी तालियां बजाकर शोर सराबा कर रहे थे।
- इसके बाद वाहन चालकों को गुलाब का फूल दे रहे थे।
- किसी वाहन के सामने अचानक आने से वाहन चालक को एक दम ब्रेक लगाना पड़ रहा था।
- इससे चौराहे पर जाम की स्थिति भी बनी रही वहीं राहगीरों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
खुद नियम तोड़ पढ़ा रहे थे यातायात का पाठ
- मजे की बात ये दिखी कि ट्रैफ़िकासुर का वाहन वन वे में नो पार्किंग जोन में खड़ा रहा।
- ये सभी चौराहे पर जाम लगा रहे थे।
- लेकिन दूसरों को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाने वाले लोग की ट्रैफिक रूल्स की धज्जियां उड़ाते दिखे।
- जब मीडिया ने इस अभियान का बॉयकॉट कर दिया तो ट्रैफिककर्मी उन्हें बुलाते दिखे।
फोटो खिंचवाने के लिए कर रहे तिकड़म
- राहगीरों का कहना है कि यातायात पुलिसकर्मी ये सब फोटो छपने के लिए कर रहे हैं।
- यातायात नियमों को जागरूक कम सभी सेल्फी लेने ने ज्यादा व्यस्त दिखे।
- लोगों ने इस अभियान की निंदा की है।
- मजे की बात ये रही कि अभियान में एएसपी ट्रैफिक रवि शंकर निम, सीओ ट्रैफिक सहित कई कर्मचारी मौजूद रहे।
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