बीते दिन सीएम योगी की कैबिनेट बैठक में कई अहम प्रस्ताव पास हुए. इनमे से एक मथुरा वासियों के लिए ख़ुशी का सबब बन गया. योगी सरकार ने फैसला किया हैं कि जनपद के प्रमुख धर्म स्थलों पर पूरी तरीके से शराब बंद कर दी जाएगी.
सरकार के इस फैसले के बाद जिले के मंदिरों के पुजारियों सहित स्थानीय लोगों ने उत्सुकता के साथ प्रदेश सरकार के इस फैसले का स्वागत किया.
योगी कैबिनेट ने मथुरा में शराबबंदी पर लगाई मुहर:
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की कैबिनेट बैठक में मंगलवार को कई अहम फैसले लिये गये। धर्म नगरी मथुरा के प्रमुख क्षेत्र धर्म स्थलों में पूर्ण शराब बंदी के प्रस्ताव पर सहमति का स्थानीय लोगो व श्रद्धालुओ ने स्वागत किया है। बता दे कि 2 महीने पहले प्रदेश सरकार ने मथुरा के बरसाना, गोवर्धन, नंदगाव, राधाकुण्ड, वल्देव, गोकुल आदि को तीर्थ स्थल घोषित कर दिया था।
तीर्थ स्थल की घोषणा के बाद से ही इन स्थलो पर पूर्ण शराब बंदी की आहट भी सुनाई देने लगी थी। मंगलवार को हुये इस फैसले की खबर पर स्थानीय लोगो व श्रद्धालुओ से बात करते हुए ख़ुशी जाहिर की.
सभी ने प्रदेश सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सालों पहले ही ये फैसला लागू हो जाना चाहिए था.
वहीँ कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव के पास होने के साथ ही मथुरा जिले के धार्मिक क्षेत्रों में मौजूद दुकानों में ताला लग जायेगा.
बता दें कि मथुरा जनपद में कुल 627 शराब की दुकानों में से इन क्षेत्रों में चालू 32 दुकानों को बंद कर दिया जायेगा।
प्रमुख तीर्थ स्थल पर पूर्ण शराबबंदी:
मुख्यमंत्री की मंशा है कि सभी जिलों में चौमुखी विकास किया जाए विकास की दृष्टि से अयोध्या, काशी और मथुरा को चौमुखी विकास पर्यटन की दृष्टि से किया जाये. कैबिनेट की बैठक में मथुरा के तीर्थ स्थलों पर शराब प्रतिबंध की मौहर लगा दी है.
तीर्थ स्थलों पर शराब नहीं बिकेगी. सरकार के फैसले आने के बाद स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है.
उनका कहना है कि ये सरकार की एक अच्छी पहल है क्योंकि धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री होने के कारण श्रद्धालुओं के साथ आपराधिक वरदात होती थी.
धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री होने से श्रदालुओ की भावना को ठेस पहुंचती थी. वहीं मंदिरों के आसपास आपराधिक वारदात भी बढ़ जाती थी. देश ही नहीं विदेशों से हर साल कान्हा की नगरी मथुरा में करोड़ों, श्रद्धालु मंदिरों के दर्शन के लिए आते हैं.