एक ओर सरकार ग्रामीणों को सिर छुपाने के लिए छत मुहैया कराए जाने के उद्देश्य से करोड़ों रुपया पानी की तरह बहा रही है, वहीं विकास खंड सिरौलीगौसपुर के जिम्मेदार अधिकारी ही शासन की मंशा पर पानी फेरते हुए नजर आ रहे हैं.
ऐसा ही एक मामला बाराबंकी जिले में सामने आया है जहां की लाभार्थी को करीब 10 माह पूर्व प्रधानमंत्री आवास मिला था, जिसकी पहली किस्त तो उसे मिल गई थी लेकिन दूसरी किश्त उसे आज तक नहीं मिल पाई.
इस मामले में महिला अधिकारियों की गणेश परिक्रमा करते करते वह थक चुकी है. लेकिन उसे आवास की दूसरी किस्त मिलेगी अथवा नहीं मिलेगी, इसका उत्तर तो विकासखंड के जिम्मेदार अधिकारी ही दे सकते है.
पूरा मामला:
बताते चले कि विकास खण्ड सिरौलीगौसपुर की ग्राम पंचायत दरिगापुर के राजस्व ग्राम टिकुरी की रहने वाली शिव कुमारी दो तल्ले छप्पर में रहकर गुजर बसर कर रही हैं.
शिवकुमारी को वित्तीय वर्ष 2017 व 18 मे 1 प्रधानमंत्री आवास का आवंटन हुआ था जिसकी प्रथम किस्त की धनराशि ₹40000 मात्र प्रार्थनी के खाता संख्या 13211 00 000 3174 पर प्राप्त हुई थी.
उन पैसों का उपयोग कर शिव कुमारी ने निर्माण कार्य भी करा लिया, इसकी जियो टैगिंग भी हो गई. लेकिन जियो टैगिंग के लगभग 10 माह बीत जाने के बाद भी अब तक दूसरी किस्त की धनराशि उसके खाते में नहीं पहुंची है.
शिव कुमारी ने ऑनलाइन जन सुनवाई पोर्टल पर व संपूर्ण समाधान दिवस में कई बार शिकायत की पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
अधिकारी बोले तकनीकी फाल्ट के कारण नहीं गया पैसा:
इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी सिरौलीगौसपुर कमलेश कुमार से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में है.
टेक्निकल फाल्ट के कारण द्वितीय किस्त का पैसा खाते में नहीं पहुंचा है. अधिकारी ने बताया कि इस मामले में चिट्ठी लिखकर ऊपर के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. साथ ही आश्वासन दिया कि जल्द ही प्रार्थनी के खाते में द्वितीय किस्त की धनराशि पहुंच जाएगी।