पीएम मोदी उत्तर प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर हैं. प्रधानमंत्री आज अपने दौरे में मिर्ज़ापुर पहुँच चुके हैं. मिर्ज़ापुर के सिटी ब्लाक के चंदईपुर में पीएम जनता को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी मिर्जापुर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पहुंचे हैं.
यहाँ पीएम मोदी ने 250 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास भी किया.
मिर्ज़ापुर में पीएम मोदी को देखने के लिए भरी जनसैलाब आ पंहुचा है. देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई प्रधानमंत्री चौथी बार मिर्ज़ापुर आया हो. केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पीएम मोदी का मिर्ज़ापुर में स्वागत किया.
पीएम का यह दौरा राजनीतिक स्तर पर बहुत ख़ास है. यह दौरा इस लिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि पीएम यहाँ जनता को करोड़ों की योजनाओं का तोहफ़ा दिया.
पीएम मोदी का संबोधन:
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुवात भोजपुरी भाषा में की.
– यह पूरा क्षेत्र दिव्य और अलौकिक है. यह क्षेत्र हमेशा अपार संभावनाओं का केंद्र रहा है.
– विंध्य पर्वत और भागीरथी का क्षेत्र अपार संभावनाओं का केंद्र रहा.
-पिछली बार मैं जब यहां सोलर प्लांट का उद्घाटन करने आया था तो मेरे साथ फ्रांस के राष्ट्रपति भी थे.
-उस समय हम दोनों का स्वागत माता की तस्वीर और चुनरी के साथ किया गया इससे राष्ट्रपति मैक्रों भी बहुत खुश थे.
-जब मैंने उनको मां की महिमा के बारे में बताया तो वो और प्रभावित हुए थे.
– सीएम योगी के आने से विकास के परिणाम नज़र आने लगे हैं.
– इस क्षेत्र के लिए, यहां के गरीब, वंचित, शोषित के लिए जो सपने सोनेलाल पटेलजी जैसे कर्मशील लोगों ने देखे.
– यूपी में कई सरकारें आईं और गयी लेकिन सिर्फ वादे किया, कुछ नही दिया यहाँ के लोगों को
– उनको पूरा करने की तरफ हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं. पिछले 2 दिनों में विकास की अनेक योजनाओं को पूर्वांचल की जनता को समर्पित करने या फिर नए काम शुरु करने का अवसर मुझे मिला है.
विपक्षी सरकार पर हमला:
– किसानो के नाम पहले की सरकारो ने अधूरी योजनाये बनाई थी, उसके भुक्तभोगी आप सब है.
– बाणसागर परियोजना से ढेड़ लाख हेक्टेयर सिचाई की सुविधा किसानो को मिलेगी.
– दो दशक बर्बाद हुआ, पहले की सरकारो को यहाँ के किसानो की चिंता नही थी.
– अपना दलके सोने लाल पटेल ने जो सपना देखा था उसको हम लोग पूरा करने का प्रयास कर रहे है.
– 2014 में सरकार में आने के बाद हमारी सरकार ने जब अटकी-लटकी-भटकी हुई योजनाओं को खंगालना शुरू किया तो उसमें इस प्रोजेक्ट का भी नाम आया.
– इसके बाद बाण सागर परियोजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत जोड़ा गया. इसे पूरा करने के लिए सारी ऊर्जा लगा दी गई.
– बाण सागर परियोजना उस अपूर्ण सोच, सीमित इच्छाशक्ति का भी उदाहरण है जिसकी एक बहुत बड़ी कीमत आप सभी को चुकानी पड़ी है.
– देश को भी आर्थिक रूप से नुकसान सहना पड़ा. लगभग 300 करोड़ के बजट से शुरु हुई ये परियोजना लगभग 3,500 हज़ार करोड़ रुपए लगाने के बाद पूरी हुई है.
– अगर आज कुछ लाख किसानों का फायदा होता है तो आगे भी किसानों का फायदा होगा बस आपको बूँद बूँद पानी बचाना होगा.
-यहां बनने वाले नए मेडिकल कॉलेज से ना सिर्फ मिर्जापुर बल्कि सोनभद्र, भदोही, चंदौली और इलाहाबाद के लोगों को भी बड़ा लाभ मिलने वाला है.