राष्ट्रीय किसान मंच की ओर से आज उन्नाव के निराला प्रेक्षागृह में किसान पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों के हक़ और उनके सम्मान की आर-पार लड़ाई लड़ने पर विमर्श हुआ। किसान पंचायत में राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित, राष्ट्रीय कवी वेदव्रत बाजपेई और बांगरमऊ की पूर्व विधानसभा प्रत्याशी आरती बाजपेई मौजूद रहीं। किसान पंचायत में राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा।
शेखर दीक्षित ने कहा कि पूरे देश में किसानों के काम केवल कागजों पर हो रहे हैं। सरकारें किसानों के लिए योजनाएं बनाती तो हैं लेकिन उनका जमीन पर क्रियान्वयन नहीं हो पाता। जिससे पूरे देश में किसानों की स्थिति बिगड़ती जा रही है। किसान लगातार आत्महत्याएं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की फसल बीमा योजना के तहत किसानों को कुछ फायदा नहीं हुआ। असली मलाई तो फसल बीमा कंपनियां मार ले गयी और हर बार की तरह इस बार भी किसान को ही बदहाली की मार झेलनी पड़ी।
उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों के हक़ की लड़ाई के लिए राष्ट्रीय किसान मंच की ओर से सीतापुर में सेक्सरिया चीनी मिल का घेराव किया गया। जिस पर प्रशासन ने किसानों के बकाया दिलाने का वादा किया है। साथ ही सीतापुर में कर्जा देने वाली फाइनेंस कंपनी की ओर से किसान ज्ञानचंद की हत्या कर दी। जिसके बाद राष्ट्रीय किसान मंच ने कंपनी के खिलाफ जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन किया और किसान ज्ञानचंद के परिवार के साथ खड़ा हो गया।
वहीं, गाजियाबाद के मंडोला गाँव में पूंजीपतियों की ओर से जमीनें हथियाने को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ राष्ट्रीय किसान मंच खड़ा हुआ और उनेक हक की आवाज को बुलंद किया। राष्ट्रीय किसान मंच पूरे देश में किसानों की आवाज उठाता रहता है और उठाता रहेगा।
योगी सरकार पर निशाना
किसानों की कर्जमाफी को लेकर शेखर दीक्षित ने प्रदेश की योगी सरकार की ओर से अभी तक किसानों की कर्जमाफी का वादा पूरा नहीं किया जा सका है। जोकि किसानों को बेवकूफ बनाने जैसा है। अधिकारी सरकारों को बेवकूफ बनाते हैं और किसान हित की योजनाएं जमीन पर कभी उतर ही नहीं पाती।
दंगों के बीच कौन करेगा यूपी में इन्वेस्ट
शेखर दीक्षित ने प्रदेश की क़ानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश में क़ानून-व्यस्था के हालात बदतर हैं। डकैती, लूटपाट, मर्डर की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है। जगह-जगह दंगे भड़क रहे हैं। प्रदेश में आम आदमी डरा हुआ है। इस बीच प्रदेश सरकार इन्वेस्टर सम्मिट करवा रही है। आखिर दंगों के बीच उत्तर प्रदेश में कौन सी कंपनी इन्वेस्ट करना चाहेगी, ये अहम सवाल है।
प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल में विदेश घूमते रहे
शेखर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल में विदेश यात्राएं ही करते रहें। उन्हें ये बताना है चाहिए कि आखिर इन यात्राओं के जरिये वह विदेशों से कितना पैसा हिन्दुस्तान के विकास के लिए लेकर आये। देश में बेरोजगारी चरम पर है, किसान आत्महत्याएं कर रहा है और प्रधानमंत्री पकौड़े बेचने को रोजगार बता रहे हैं।