प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ पहुँच चुके हैं. पीएम मोदी का स्वागत राज्यपाल राम नाईक और सीएम योगी ने किया. पीएम मोदी यहाँ से गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंचेगें, जहाँ वें ट्रांसफॉर्मिंग अर्बन लैंडस्केप के कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं. बता दें कि ये कार्यक्रम मोदी सरकार द्वारा साल 2015 में शुरू किये गये शहरी योजनाओं की तीसरी वर्षगाँठ के मौके पर आयोजित हुआ हैं.
आज होंगे कार्यक्रम में शामिल:
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दो दिवसीय दौरे पर प्रदेश की राजधानी लखनऊ आ चुके हैं. उनका स्वागत राह्य्पाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने अमौसी एयरपोर्ट पर किया.
पीएम मोदी का ये दौरा बेहद ख़ास है, क्योंकि पीएम इस दौरे के दौरान न केवल कई परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे बल्कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी’ का भी हिस्सा बनेंगे.
उससे पहले आज पीएम मोदी गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ‘ट्रांसफॉर्मिंग अरबन लैंडस्केप‘ कार्यक्रम में भाग लेंगे. यह कार्यक्रम आज शाम 4:30 बजे से शुरू होगा. इसका उद्घाटन बीते दिन केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने किया था.
क्या है ट्रांसफॉर्मिंग अरबन लैंडस्केप:
बता दें कि केंद्र सरकार ने सत्ता में आने के बाद 3 बेहद अहम परियोजनाओं की शुरुआत की थी. ये परियोजनाएं थी स्मार्ट सिटी, अमृत योजना व प्रधानमंत्री आवास योजना. इन परियोजनाओं के 3 साल पूरे हो चुके हैं. जिसकी तीसरी सालगिरह के मौके पर योगी सरकार ने दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया है.
ये कार्यशाला कल से शुरू हुई है और इसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने किया है. इस कार्यक्रम को नाम दिया गया ‘ट्रांसफॉर्मिंग अरबन लैंडस्केप’.
केंद्र की 3 परियोजनाओं पर है आधारित:
कार्यक्रम नगर विकास से जुड़ी सरकार की तीन अहम योजनाओं ‘प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी)‘, ‘अटल मिशन फॉर रीजुवेनेशन ऑफ अरबन ट्रांसफॉर्मेशन (अमृत) और स्मार्ट सिटीज मिशन पर आधारित है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जून को शहरी भारत की तस्वीर बदलने के लिए अमृत परियोजना स्मार्ट सिटी मिशन और सभी के लिए मकान शहरी परियोजना की शुरुआत की थी. ये तीनों ही परियोजनाएं देश के शहरों से जुडी हुईं हैं. इसमें 100 स्मार्ट सिटी बनाने, 500 शहरों के लिए अटल शहरी पुनर्जीवन और परिवर्तन मिशन और 2022 तक शहरी इलाकों में सभी के लिए घर बनाने की योजना शामिल है.