बसपा सुप्रीमों मायावती ने मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दलितों पर अत्याचार के मुद्दे पर संसद में बयान देना चाहिए। इसके साथ ही मायावती ने आरोप लगाया कि दलितों के मुद्दे पर हाल में प्रधानमंत्री का बयान नुकसान की भरपाई करने का प्रयास भर था। बसपा प्रमुख ने कहा कि उत्तर प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों में चुनाव से पहले रोहित वेमुला और उना जैसी घटनाएं हुईं जिनसे बीजेपी की छवि खराब हुई है।
सहानभूति जताने की बजाय कार्रवाई पर ध्यान दें-
- संसद के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में मायावती ने केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।
- मायावती ने आरोप लगाया कि दलितों के मुद्दे पर पीएम का बयान ‘‘नुकसान की भरपाई करने’’ का प्रयास था।
- बसपा प्रमुख ने कहा, हम चाहते है कि दलितों से सहानुभूति जताने की बजाय प्रधानमंत्री को दलितों पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई पर ध्यान देना चाहिए।
- उन्होंने यह भी मांग की कि संसद में मोदी को इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए।
- मायावती ने कहा कि अगर मोदी बाहर बोल सकते हैं तो यह बात सदन में भी कह सकते हैं।’
- बसपा प्रमुख ने गुरुवार को मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मुद्दे पर संसद में बयान देना चाहिए।
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