उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पुलिस की रडार पर अब युवाओं को बिगाड़ने वाले सट्टा माफिया आ गए हैं । आज एसपी सिटी ने एसओजी और थाना पुलिस के साथ मिलकर थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र में चल रहे सट्टे के कारोबार पर धावा बोल दिया. पुलिस ने यहां से मोबाइल, नगदी ,गाड़ियां व सट्टे की पर्चियां बरामद की है, जबकि चार आरोपियों को भी हिरासत में लिया गया है।
क्या है मामला:
दरअसल मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र में हर तरह का अपराध होता रहा है और यह थाना क्षेत्र काफी सेंसेटिव है. यहां पर जितने भी थानेदार रहे सभी ने अपने अपने कार्यकाल के दौरान कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं की.
उन सभी पर सेटिंग कर के तमाम अवैध कारोबार चलाने के आरोप लगते रहे। इस थाने में अब नए थानेदार आए हैं और एसपी सिटी ने भी इस इलाके में हो रहे अपराधों की कमर तोड़ने के लिए अपनी टीम तैयार कर ली है ।
नगदी, मोबाइल और सट्टे की पर्चियां बरामद:
आज एसपी सिटी ने एसओजी टीम और थाना पुलिस टीम को लेकर संयुक्त रूप से लिसाड़ी गेट क्षेत्र में सट्टे के कारोबार पर छापेमारी की.
पुलिस ने यहां से 4 सटोरियों को गिरफ्तार किया है जबकि सरगना सागर सहित 15 सटोरी मौके से भाग निकले.
पुलिस इन लोगों की धरपकड़ के लिए भी टीम गठित करके तमाम तैयारियाँ कर रही है और पकड़े गए आरोपियों को पूछताछ के बाद जेल भेजने की जुगत में लगी हुई है.
लेकिन हैरत वाली बात यह है कि ये सट्टा काफी समय से संचालित था. पुराने थानेदारों को इस सट्टे की भनक तक नहीं पड़ी और आखिर में अधिकारी को ही इस तरह के कारोबार के ऊपर कार्यवाही करने के लिए आगे आना पड़ा.
बीते दिन मिनी बुचड़खाने पर की थी कार्रवाई:
सवाल बनता है कि थाना पुलिस इस तरह के कारोबार को अपने स्तर से बंद कराने में क्यों असमर्थ नजर आती है?
शायद इसी लिए आये दिन पुलिस पर सट्टा माफियाओं से सेटिंग करके सट्टा चलाने के आरोप लगते रहे हैं.
फिलहाल एसपी सिटी ने अपनी कार्यवाही इस थाना क्षेत्र में तेज कर दी है और प्रतिदिन इस थाना क्षेत्र से बड़े बड़े खुलासे हो रहे हैं. जिसमें कल मिनी स्लॉटर हाउस पकड़ा गया और आज बड़े पैमाने पर चल रहे सट्टे को पुलिस ने पकड़ लिया. लेकिन अब देखना होगा पुलिस इस इलाके के अभी और क्या क्या कारोबार बंद कराती है।