उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में विदेश भेजने के नाम भोले भाले लोगों को लूटकर अपना शिकार बनाने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। गैंग के तीन आरोपी तो पुलिस के हाथ लग गए लेकिन गिरोह का मुखिया अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
गिरोह के 3 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार:
पुलिस ने हरपाल सिंह, गुरूपाल सिंह और करन उर्फ करनजीत पुत्र सतनाम सिंह निवासी दीपनगर थाना निकुनियां जनपद खीरी को शहर स्थित आसाम चौराहा से आज सुबह लगभग 11 बजे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बताया कि ठगी करने वाले गैंग ने कुछ दिनों पहले शाहजहांपुर निवासी हरजिंदर सिंह के बेटे सिमरजीत, गजरौला के रहने वाले रणदीप और गुरूप्रीत सिंह को अपना शिकार बनाया था.
पहले दिल्ली, मुंबई और बंगलौर घुमाया फिर बनाया बंधक:
इन तीनों से आरोपी ठगों ने 24-24 लाख रूपये लेना तय किये थे। इसके बाद उन्हें पीलीभीत से दिल्ली भेज दिया गया। वहां से फ्लाइट से मुम्बई तथा मुम्बई से एजेंट ने बैंगलोर भेज दिया।
बैंगलोर से एजेंट ने अपने साथियों के साथ तीनों को बंधक बना लिया। परिजनों को आश्वासन देने के लिए आरोपियों ने पीडितों की परिजनों से बात कनाडा के सिम से करा दी।
वसूलें 25-25 लाख रुपये:
गैंग का मास्टरमाइंड तरमजोत सिंह पुत्र परमजीत सिंह निवासी वसुंधरा कालोनी ने तय रकम को परिजनों से वसूलते हुये तीनों पीड़ितों को छोड़ दिया।
इसकी शिकायत पीड़ितों ने थाना सुनगढ़ी पर की थी। जिसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी और जांच पड़ताल में पता चला कि तनरजोत अपने रिश्तेदारों के माध्यम से विदेश जाने वाले इच्छुक लोगों को अपना शिकार बनाकर लूटता है।
इसकी गैंग के संबंध बाहर शहरों में भी बताए जा रहे हैं। फिलहाल पुलिस के हाथ अभी तक मास्टर माइंड तरनजोत सिंह नहीं लग सका है।