जिस प्रकार दो साल पहले 19 सितंबर 2015 को यूपी पुलिस के एक दारोगा ने जीपीओ पार्क के पास 65 वर्षीय कृष्ण कुमार की सुदामा जैसी हालत होने के बावजूद उनकी रोजी रोटी चलाने का जरिया टाइप राइटर को खाकी के नशे में चूर होकर अपने बूटों की ठोकर मार दी थी। ठीक उसी यूपी पुलिस के कहर का नजारा फिर से हजरतगंज में दिखा। (police cop misbehave)
वीडियो: लाठीचार्ज के बाद आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने किया पथराव, कई घायल
- लेकिन इस बार जहां सीओ गोमती नगर दीपक कुमार ने प्रदर्शन के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के बाल पकड़ कर नोचे वहीं पुरुष पुलिसवालों ने महिलाओं के सम्मान में उन पर बर्बर तरीके से लाठीचार्ज कर दिया।
- इतना ही नहीं किसी ने महिलाओं का गला दबाया तो किसी ने जूते की ठोकर मारकर महिलाओं को घायल किया।
- हजरतगंज में ये नजारा काफी हैरान करने वाला था।
- बचाव में महिलाओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
- घंटों चले बवाल के बाद स्थिति को काबू में किया जा सका।
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लाठीचार्ज और पथराव में कई मीडियाकर्मी घायल
- लाठीचार्ज के दौरान कवरेज कर रहे कई मीडियाकर्मी चोटिल हो गए।
- इनमें आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की पत्थरबाजी का शिकार हुए दैनिक समाचार पत्र के छायाकार सुनील कुमार रैदास का हाथ टूट गया जबकि छायाकार आजम हुसैन के सिर में गंभीर चोटे आईं हैं।
- इसके अलावा कई मीडियाकर्मियों को हल्की चोटें आईं हैं।
- पुलिस ने अन्य मीडियाकर्मियों के सहयोग से सभी घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया।
- यहां से डॉक्टरों ने सभी को प्राथमिक उपचार के बाद सभी को घर भेज दिया है।
राज्य कर्मचारी घोषित करने समेत 16 सूत्रीय मांगों को लेकर लखनऊ में दूसरे दिन भी प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं ने मंगलवार को भी सुबह से ही हजरतगंज स्थित महात्मा गांधी पार्क में प्रदर्शन किया। इसमें हजारों की संख्या में महिलाएं शामिल रहीं। (police cop misbehave)
वीडियो: लखनऊ में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों पर लाठीचार्ज
- विरोध दर्ज करवाने के लिए महिलाओं ने सड़क जाम कर दी।
- हजतरगंज चौराहे के पास महिलाएं सड़क पर लेट गईं।
- दोपहर तक चले बवाल के दौरान उन्हें वार्ता का आश्वासन दिया गया।
- लेकिन कोई वार्ता न होने से नाराज कार्यकत्रियों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया।
- इसके चलते पुलिस ने उनपर फिर लाठीचार्ज कर दिया।
- लाठीचार्ज से आक्रोशित कार्यकत्रियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
- पथराव से वहां भगदड़ मच गई।
वीडियो: आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का आज फिर हंगामा
- भगदड़ से कई महिलाए चोटिल और बेहोश हो गईं।
- जिन्हें पुलिस ने सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है।
- बता दें कि सोमवार को भी प्रदर्शन के चलते शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई थी।
- प्रदर्शन को बढ़ता देख प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंए गए थे।
- काफी समझाने के बाद भी कार्यकत्रियां नहीं मानी तो वाटर केनन और लाठी फटकार शाम करीब पांच बजे सभी महिलाओं को खदेड़ दिया गया था।
- फिर भी कार्यकत्रियों ने कैपिटल सेंटर के बाहर पूरी रात अपना डेरा जमा रखा था।
- सभी महिलाएं ‘आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन’ के बैनर तले आज फिर एकजुट हुईं हैं।
वेतन को लेकर संघर्ष कर रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां
- संगठन की प्रदेश अध्यक्ष गीतांजलि मौर्या के मुताबिक, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां और सहायिकाएं काफी दिनों से अपनी मांगों को लेकर वेतन संघर्षरत हैं।
- फिर भी इनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
- उन्होंने कहा कि कार्यकत्रियों को कम से कम 18 हजार और सहायिकाओं को 9 हजार रुपए मानदेय दिया जाए। (police cop misbehave)
- मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सामान्य योग्यता और सामन्य कार्य के आधार पर कार्यकत्रियों के बाराबर मानदेय दिया जाए।
- मौर्या ने कहा कि बिहार की तर्ज पर कार्यकत्रियों और मातृ समिति के खातों में पोषाहार का धन भेजा जाए।
- जिससे पौष्टिक खाद्य सामग्री का वितरण किया जा सके।
- आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को योग्यता एवं वरीयता के आधार पर शत प्रतिशत मुख्य सेविका के पद पर प्रमोशन दिया जाए।
- उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं का मानदेय रुका हैए उनका भुगतान जल्द से जल्द करवाया जाए।
- आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को होमटेक राशन का सत्यापन प्रधानों से अलग रखा जाए।
- स्कूल की तरह आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्मी की छुट्टी स्वीकृत की जाए।
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