यूपी की फैजाबाद पुलिस का तालिबानी रूप देखने को मिला। यहां जबरन कोटेदार का चयन और लाइसेंस आवंटन के विरोध में जब ग्रामीण थाने का घेराव करने जा रहे थे तभी ग्राम प्रधान के कहने पर पुलिस ने ग्रामीणों को चौराहे पर रोक लिया। ग्रामीण जब आगे बढ़ने लगे फिर क्या था इसके बाद पुलिस ने लाठी-डंडों और जूतों से ग्रामीणों को दौड़ा-दौड़ा कर मारा। इस घटना में बीडीसी सदस्य का हाथ और पैर टूट गया, जबकि एक युवक बेहोश हो गया। दर्जनों ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उनके परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, यहां सभी का इलाज चल रहा है।
गांव में तांडव कर ग्रामीणों को पीट रही दबंग फैजाबाद पुलिस
- जानकारी के मुताबिक, फैजाबाद जिला के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के रजपलिया का मामला है।
- ग्राम सभा में 5 माह पहले कोटेदार श्यामराजी के कोटे का लाइसेंस रद्द कर दिया था।
- आरोप है कि श्यामराजी ग्रामीणों को राशन बांटने से पहले ही ब्लैक में बेच देती थी।
- इसकी शिकायत के बाद इस घोटालेबाज महिला का लाइसेंस आपूर्ति विभाग ने जांचा।
- जांच में दोषी पाए जाने के बाद कैंसिल कर दिया था।
- तब से इस ग्राम सभा में कोटा नहीं बटा है।
- बीडीसी सदस्य पारसनाथ ने बताया कि कई बार कोटेदार के चयन को लेकर गांव में बैठकें हो चुकी हैं।
- लेकिन प्रशासनिक अधिकारी वोट डालकर कोटा आवंटित करने की बात कह रहे थे।
- इसी क्रम में मंगलवार को एडीओ पंचायत रमाशंकर सिंह आए।
- उन्होंने ग्राम पंचायत के लोगों से कहा कि आज ही मतदान होना है।
- इस दौरान सभी ग्रामीण मतदान के लिए राजी हो गए।
- बताया जा रहा है कोटे के आवंटन के लिए ग्राम सभा के कई लोग चुनाव में खड़े हुए।
- इनमे पूर्व कोटेदार श्यामराजी के पति फूलचंद निषाद के अलावा प्रेमनाथ यादव और छेदीराम निषाद भी खड़े हुए थे।
- प्रशासनिक अधिकारी ने पहले तो चुनाव कराने के लिए कहा लेकिन बाद में उसने मतदान के लिए मना कर दिया।
- बताया जा रहा है कि गांव के प्रधान रामअछेवर गौड़ फूलचंद को कोटा देने के लिए दबाव बना रहे थे।
- ग्रामीणों ने जब इसका विरोध किया तो उन्होंने पुलिस बुला ली और जबरन कोटे का चयन करवा दिया।
- आरोप है कि जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और ग्रामीण इकट्ठे होकर गोसाईगंज थाने का घेराव करने जा रहे थे।
- तभी पुलिस ने दोपहर करीब 3:00 बजे सभी ग्रामीणों को फैजाबाद जिला के चंदौली चौराहे पर रोक लिया।
- जब ग्रामीण आगे बढ़ने लगे फिर किया था इसके बाद पुलिस ने लाठी डंडा और जूतों से ग्रामीणों को दौड़ा-दौड़ाकर मारा।
- इस घटना में बीडीसी सदस्य का हाथ और पैर टूट गया।
- जबकि जितेंद्र निषाद बेहोश हो गया।
- ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिसवाले गांव में जाकर ग्रामीणों को पीट रहे हैं।
- दहशत में आए हुए कई गांववाले भाग गए हैं।
- इस संबंध में कोई भी जिम्मेदार बोलने के लिए तैयार नहीं है।
- इस घटना के बाद से ग्रामीण दहशत में हैं। (फैजाबाद पुलिस)
- आरोप है कि पुलिस अब ग्रामीणों को परेशान कर गांव में तांडव कर रही है।
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