एटीएस के तेजतर्रार अधिकारी राजेश साहनी के परिजनों ने आज उनका अंतिम संस्कार किया. इस दौरान पुलिस लाइन में अंतिम सलामी के बाद डीजीपी ने राजेश साहनी के पार्थिव शरीर को कंधा दिया। बता दे कि राजेश साहनी ने खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली थी.
पुलिस लाइन में दिया गया ‘गार्ड ऑफ ऑनर’
आज पुलिस ऑफिसर राजेश साहनी को लखनऊ स्थित पुलिस लाइन में श्रधांजली दी गयी. परिजनों और पुलिस विभाग के अधिकारी उनके अंतिम दर्शन करने पहुंचे.
#लखनऊ – राजेश साहनी का शव पहुंचा भैंसा कुंड, बेटी देगी पार्थिव शरीर को मुखाग्नि. @Uppolice @dgpup
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) May 30, 2018
राजेश साहनी को पुलिस लाइन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, इस दौरान प्रदेश के बड़े आला अधिकारी और परिवार के लोग भी अंतिम विदाई में शामिल हुए। इसके बाद डीजीपी ने राजेश साहनी के पार्थिक शरीर को कंधा दिया और भैंसा कुंड ले जाया गया. जहाँ उनकी बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी.
#लखनऊ – राजेश साहनी को पुलिस लाइन में दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर, एटीएस मुख्यालय में कल गोली मारकर की थी खुदकुशी. भैंसा कुंड में होगा पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार. @Uppolice @dgpup pic.twitter.com/qZXYg2cOIE
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बता दे कि मंगलवार दोपहर को एक तरफ जहां लखनऊ भर में बड़ा मंगल पर लोग भंडारे का आयोजन कर धूमधाम से प्रसाद बांट रहे थे। यूपी पुलिस भी लोगों की सुरक्षा में लगी थी इसी बीच एक दिल को झकझोर देने वाली खबर आ गई। दरअसल पुलिस अधिकारियों को जैसे ही सूचना मिली कि एटीएस के एएसपी राजेश साहनी (39) ने कार्यालय में गोली मारकर खुदकुशी कर ली। वैसे ही पुलिस महकमें में मातम की लहर दौड़ गई। अधिकारी की मौत की खबर मिलते ही अधिकारी एटीएस कार्यालय की तरफ दौड़ पड़े।
ड्राइवर से मांगी थी पिस्टल
जानकारी के अनुसार, राजेश साहनी ने अपने ड्राइवर से पिस्तोल मंगाई थी और उसके बाद मुख्यालय में गोली में मार ली। उन्होंने खुदकुशी का फैसला क्यों किया इसको लेकर अभी कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
मौके से कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है। राजेश काफी समय से तमाम आतंकी संगठनों के स्लीपर मॉड्यूल और भारत में आतंक की साजिशों को बेनकाब कर रहे थे। उत्तराखंड आॅपरेशन में राजेश साहनी के साथ उनकी टीम में इंस्पेक्टर मंजीत सिंह, एसआई शैलेंद्र गिरी, कंप्यूटर आॅपरेटर वकील अहमद, कांस्टेबल हरीश और मनोज शामिल थे।
सप्ताह भर पहले ही गिरफ्तार किया था आईएसआई एजेंट
एटीएस मुख्यालय में एडिशनल एसपी राजेश साहनी एटीएस के बेहद शानदार और काबिल अफसरों में गिने जाते थे। बीते सप्ताह आईएसआई एजेंट की गिरफ्तारी समेत कई बड़े ऑपरेशन को राजेश साहनी अंजाम दे चुके थे। मंगलवार दोपहर करीब एक बजे गोमतीनगर स्थित एटीएस मुख्यालय पर गोली की आवाज से भगदड़ मच गई। अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो देखा कि राजेश साहनी का शव पड़ा था। इससे मुख्यालय में सनसनी फैल गई। तत्काल सभी बड़े अधिकारियों को खबर दी गई। कई अफसर मौके पर पहुंच गए। राजेश साहनी ने ऐसा कदम क्यों उठाया, इस बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है।
बिहार के रहने वाले थे राजेश साहनी
राजेश साहनी पुत्र प्रेम सागर साहनी मूलरूप से पटना बिहार के रहने वाले थे। उनका जन्म 11 नवंबर 1969 को हुआ था। बचपन में उनकी पढ़ाई गृह जनपद से हुई। उन्होंने एमए पॉलिटिकल साइंस से पढ़ाई की। वर्ष 1992 में वह पीपीएस अधिकारी बने। 14 जनवरी 2013 को उनका प्रमोशन एडिशनल एसपी के रूप में हुआ। पिछले साल 31 मई 2017 को वह एडिशनल एसपी-ii के पद पर पदोन्नत हुए। उन्होंने कई एनकाउंटर को अंजाम दिया। राजेश साहनी के नाम कई खूंखार अपराधियों को पकड़ने का रिकार्ड है। फिलहाल एक काबिल अफसर की मौत की खबर मिलते ही उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है।