उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के साथ पिछली सरकार के नेताओं पर कार्यवाई का सिलसिला शुरू हो चुका है। उत्तर प्रदेश का सीएम बनने के साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कह दिया था कि अपराधी अब उत्तर प्रदेश की जेल में होंगे या बाहर होंगे। इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और अखिलेश यादव के करीबी नेता पर पुलिस कार्यवाई की गयी है।
अतुल प्रधान पर कसा पुलिस का शिकंजा :
औरैया में बीते दिनों हुए जिला पंचायत अध्यक्ष के उपचुनाव में सपा प्रत्याशी के समर्थन में बड़ी संख्या उनके समर्थक जिला मुख्यालय पहुँच गये थे। वहां पहुंचे सपा समर्थकों पर पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज किया था साथ ही सपा नेता अतुल प्रधान को इस मामले में नामजद किया गया था। इसके बाद औरया थाने के 5 पुलिसकर्मियों के साथ मेरठ टीम गये मगर अतुल प्रधान वहां नहीं मिले थे। पुलिस ने अतुल प्रधान के शास्त्रीनगर के उनके आवास पर छापा मारा मगर सपा नेता वहां नहीं मिला था।
मेरठ पुलिस को भी है तलाश :
सपा नेता अतुल प्रधान आजकल फरार चल रहे हैं। औरैया पुलिस के साथ ही मेरठ पुलिस को भी उनकी तलाश है। अतुल प्रधान पर एसओ हस्तिनापुर पर अभद्र भाषा, इंस्पेक्टर के टुकड़े करने की बात कहने के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। मेरठ पुलिस ने उनके पुराने मामलों में स्थानीय कोर्ट से वारंट लिए थे। अपने खिलाफ वारंट जारी होने के बाद से अतुल प्रधान मेरठ में नहीं दिख रहे हैं। इसके अलावा मेरठ विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव में उनके कैंपस में आने की सूचना आयी थी। मगर सूचना मिलने के बाद भी मेरठ पुलिस अतुल प्रधान को पकड़ नहीं पाई थी।
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