पुलिस भर्ती 2015 में फर्जी कागजात के जरिये नौकरी पाने की फ़िराक में लगे दो मुन्ना भाईयो का हाथरस पुलिस ने भांडाफोड़ किया है। हाथरस पुलिस द्वारा पकडे गए मुन्ना भाईयो में बर्खास्त सिपाही भी शामिल है। पुलिस ने इन मुन्ना भाईयो का खुलासा करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
2015 भर्ती के लिए दस्तावेजों में की फेराफेरी:
हाथरस पुलिस अधीक्षक सुशील घुले ने बताया की साल 2015 में भर्ती एग्जाम था, उसमे हाथरस पुलिस लाइन में डॉक्युमेंट और मेडिकल एग्जामेशन चल रहा है. उसी समय का एक केस हमारे सामने आया है जिसमे अलीगढ़ जिले के गोण्डा थाना के गाँव जयगण में रहने वाले महेंद्र के बेटे दिनेश कुमार ने अलीगढ़ जिले के ही गोण्डा थाना के अंतर्गत आने वाले गाँव मजीपुर सुफकरा के निवासी पन्ना लाल के बेटे भोला उर्फ़ उमेश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
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बता दें कि भोला एक बर्खास्त सिपाही है. वहीं दिनेश ने बर्खास्त सिपाही भोला के साथ मिलकर फर्जी कागजात और फर्जी मार्कशीट
बनवायी और उन कागजो को 2015 में निकली पुलिस भर्ती में इस्तेमाल हुए डॉक्यूमेंट्री और चिकत्सापरीक्षण देने के लिए प्रयास किया।
जब हाथरस पुलिस लाइन में चल रहे मेडिकल एग्जामेशन और डॉक्यूमेंट्री वेरिफिकेशन की गयी तो पकड़ लिया गया। पुलिस ने बर्खास्त सिपाही भोला के पास से पुलिस भर्ती में इस्तेमाल किये गए दिनेश के नाम से सभी फर्जी कागजात और 81 हजार रुपये नगद बरामद भी कर लिए है।
दिनेश की पुलिस भर्ती 2015 में नौकरी लगाने के नाम पर बर्खास्त सिपाही भोला से 5 लाख रुपये में बात हुई थी. उनके बीच 2 लाख रुपये पहले और 3 लाख रुपये नौकरी लगने के बाद देने की बात हुई थी। जिसमे दिनेश ने भोला को 2 लाख दे दिए थे।
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