पुलिस के लिए हर मर्ज की दवा शांति भंग कार्यवाई है। ऐसे में पारदर्शिता को लेकर सवाल न उठे ऐसा हो नहीं सकता है। जिले की अतरौली पुलिस का कारनामा कुछ ऐसा ही है। दीवार के विवाद को लेकर कार्रवाई में पुलिस ने मुर्दों के विरुद्ध शांति भंग की कार्रवाई कर दी है। अतरौली की पुलिस की यह कार्रवाई पूरे विभाग की व्यवस्थाओं का मजाक उड़ाने के लिए काफी है। इस मामले में एसडीएम ने जवाब तलब कर लिया है और एसपी जांच के बाद कार्यवाई करने की बात कह रहे है।
हरदोई की अतरौली पुलिस को अब मुर्दों से भी शांति भंग होने का खतरा महसूस होने लगा है। बीस और छह साल पहले दुनिया छोड़ चुके दो लोगों के खिलाफ अतरौली थाना की पुलिस सीआरपीसी की धारा-107 लगाकर उसे थाने में बुलाकर बांड डाउन कराने की कसरत कर रही है।अतरौली थाना इलाके के गोड़वा गांव में दीवार को लेकर विवाद को अयोध्या व सरोज के बीच विवाद चल रही है। पुलिस ने अयोध्या उसकी पत्नी नीलम के साथ यह कार्यवाई जगदेव व बेचेलाल के विरुद्ध की गयी है।
पता चला कि जगदेव की 6 साल और बेचेलाल की 20 वर्ष पहले मौत हो चुकी है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एसडीएम सण्डीला आशीष सिंह की कोर्ट में मामला आया। अब ऐसे मामले को संज्ञान लेकर एसडीएम ने एसएचओ अतरौली को पत्र जारी करते हुए मामले में जवाब तलब किया है। वहीं एसपी विपिन कुमार मिश्र ने मामले में जांच के बाद कार्यवाई की बात कही है।