मुठभेड़ को लेकर विपक्षी दल उठा रहे सवाल |
लखनऊ | कानपुर के बिकरु गांव में बीते 2 जुलाई की रात आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर देशभर में सुर्खियों में आए उत्तर प्रदेश का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे के द्वारा पुलिस टीम पर हमले के दौरान उत्तर प्रदेश एसटीएफ से मुठभेड़ में ढेर होने के बाद राजनीति भी तेज हो गई है मुठभेड़ को लेकर विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं।अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, जयंत चौधरी तथा ओम प्रकाश राजभर के बाद बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने भी मुठभेड़ के तरीके को लेकर संदेह जताया है।मामले को लेकर BSP मुखिया मायावती ने ट्वीट किया है| मायावती ने इसके साथ ही कानपुर में दो-तीन जुलाई की रात विकास दुबे के घर दबिश देने के दौरान बलिदान देने वाले आठ पुलिसकर्मियों के मामले की भी सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की है। मायावती ने कहा कि ऐसे कदमों से ही यूपी अपराध-मुक्त हो सकता है।
BSP मुखिया मायावती का ट्वीट |
2. यह उच्च-स्तरीय जाँच इसलिए भी जरूरी है ताकि कानपुर नरसंहार में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों के परिवार को सही इन्साफ मिल सके। साथ ही, पुलिस व आपराधिक राजनीतिक तत्वों के गठजोड़ की भी सही शिनाख्त करके उन्हें भी सख्त सजा दिलाई जा सके। ऐसे कदमों से ही यूपी अपराध-मुक्त हो सकता है। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) July 10, 2020
कानपुर कांड व एनकाउंटर पर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग|
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने इसको लेकर ट्वीट किया है मायावती ने लिखा कि कानपुर में पुलिस हत्याकाण्ड की तथा साथ ही इसके मुख्य आरोपी दुर्दान्त विकास दुबे को मध्यप्रदेश से कानपुर लाते समय आज पुलिस की गाड़ी के पलटने व उसके भागने पर यूपी पुलिस के उसे मार गिराए जाने आदि के समस्त मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। यह उच्च-स्तरीय जांच इसलिए भी जरूरी है ताकि कानपुर नरसंहार में शहीद हुए आठ पुलिसकॢमयों के परिवार को सही इंसाफ मिल सके।
एसटीएफ के साथ मुठभेड़ को लेकर उठ रहा सवाल |
इसके साथ ही,पुलिस व आपराधिक राजनीतिक तत्वों के गठजोड़ की भी सही शिनाख्त करके उन्हेंं भी सख्त सजा दिलाई जा सके।बसपा सुप्रीमो मायावती ने विकास दुबे की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ को लेकर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने इस मुठभेड़ की सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में जांच की मांग की है।