उत्तर प्रदेश के रामपुर जिला में दिल को झकझोर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। यहां गरीबी से तंग आकर एक दंपत्ति ने जहरीला पदार्थ खा लिया। दोनों की हालत बिगड़ने पर उनके मुंह से झाग निकलने लगा। ये देख बच्चे चीखने लगे तो पड़ोसी दौड़े। पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। आनन-फानन में पुलिस ने दोनों को एम्बुलेंस के जरिये निकट भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया, जबकि उसके पति की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है।
परिवार में हैं तीन छोटे बच्चे
पुलिस के मुताबिक, जिला के अजीमनगर थाना क्षेत्र के गांव दौरनिया शुमाली निवासी प्रेम (32) और मीना (28) झोपड़ी में रहते थे। उनके परिवार में दो बेटे और एक बेटी है। पति-पत्नी मेहनत मजदूरी कर बच्चों का पालन पोषण कर रहा था। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को गरीबी से तंग आकर पति-पत्नी ने जहरीला पदार्थ खा लिया। जहरीला पदार्थ खाने के बाद वह बेसुध होकर गिर गए। बच्चों के चीखने की आवाज सुनकर पड़ोसी दौड़े और ग्राम प्रधान को इसकी सूचना दी। प्रधान ने पुलिस को मौके पर बुलाया और दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया। यहां मीना की मौत हो गई, जबकि प्रेम की हालत गंभीर बनी हुई है। प्रधान जलील खां ने बताया कि पीड़ित परिवार की हालत बेहद दयनीय है। वह बेहद गरीब है, उसकी मदद की जा रही है। तहसीलदार हमीद हुसैन ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है, लेखपाल को भेजकर जांच कराई जाएगी। हालांकि परिवार में मसूम बच्चों को कोई संभालने वाला नहीं है।
भूख से मर गया था 13 साल का बच्चा
बता दें कि 25 मई 2017 को भदोही जिला ज्ञानपुर तहसील से सटे गोपीगंज थाना क्षेत्र के थानीपुर गांव के रहने वाले राधेश्याम बेहद गरीब हैं। ग्रामीणों की माने तो उनके घर में एक पहर का खाना भी बहुत मुश्किल से बन पता है। खाना बहुत ही परेशानी में दो दिन के अंतराल पर बन पता है। साथ ही बड़ा परिवार होने की वजह से किसी का पेट भी नहीं भर पता है। राधेश्याम को 10-15 दिनों से मजदूरी ना मिलने के कारण घर की स्थिति बिगड़ गई थी। भूख से घरवालों की हालत खराब थी। वह भी बिना कुछ खाये ही सो गया था। घर में चूल्हा ना जलने से बड़ा बेटा शिवश्याम (13) भूख से तड़प रहा था लेकिन वह भी पानी पीकर सो गया। सुबह जब परिवार वालों ने उठकर देखा तो बेटा गहरी नींद में सो रहा था। जगाने पर भी नहीं उठा तो पता चला कि उसकी सांसे थम चुकी थी।