लखनऊ के हुसैनगंज इलाके की मलीन बस्ती 68/529/29, छितवापुर पजावा लालकुंआ वार्ड 13 में 70 साल से एक कमरे में रह रहे गरीब कैंसर पीड़ित अनिल के घर को अवैध करार देते हुए पीसीएफ भवन के एमडी करन सिंह चौहान गार्डों को भेजकर घर तुड़वाने लगे तो मोहल्लेवालों ने विरोध कर गार्डों को पकड़कर जमकर धुनाई कर दी। गरीब जब आक्रोशित हो गए तो उनका गुस्सा सड़क पर उतर आया और स्थानीय पार्षद की मदद से लोगों ने पीसीएफ भवन के सामने बवाल कर एमडी का पुतला फूंककर विरोध प्रकट किया। हंगामे की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी देर समझाने के बाद लोगों का गुस्सा शांत करवाया। पार्षद ने एमडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की मांग की है।
यह है पूरा मामला
- पीसीएफ विभाग के किनारे कैंसर पीड़ित अनिल मलीन बस्ती में आने वाले एक कमरे के माकन में रहता है।
- उसका परिवार बहुत ही गरीब है,वह अपना इलाज भी कराने में असमर्थ है।
- इसलिए मोहल्ले वालों के सहयोग से एक कमरे का मकान बनवाया जा रहा था।
- मकान का गृहकर पीड़ित के मामा स्व0 रामफेर के नाम आता है।
- इस मकान के पीछे पीसएफ विभाग की गार्ड रूम की अवैध खिड़की है।
- जिसके कारण गार्ड रोजाना पीड़ित के परिवार को परेशान करते हैं।
- बस्ती निवासियों का कहना है जब इस मकान का गृहकर एवं जलकर का बिल आता है, तो घर का निर्माण क्यों नहीं कराया जा सकता।
बिना किसी सूचना के मकान तोड़वाने पहुंचा एमडी
- पीड़ित का आरोप है कि पीसीएफ विभाग के एमडी बिना किसी पूर्व सूचना के अपनी पूरी सिक्योरिटी के साथ मकान तोड़ने लगे।
- इसकी सूचना लोगों ने क्षेत्रीय भाजपा के पार्षद अमित सोनकर को दी।
- पार्षद फौरन पीड़ित का घर न टूटने के बचाव में मौके पर पहुंचे।
पार्षद का विजिटिंग कार्ड फाड़ एमडी ने दिया धक्का
- पार्षद का आरोप है कि उन्होंने जब पीसीएफ विभाग के एमडी को अपना परिचय विजिटिंग कार्ड दिया।
- एमडी ने बिना सोचे समझे कार्ड फाड़ दिया एवं उनको धक्का दिया और तो और अपशब्द कहे।
- पार्षद का कहना है कि क्या राष्ट्रीय पार्टी की कोई गरिमा नहीं जो कमल के फूल के चुनाव चिन्ह के टुकड़े-टुकड़े कर दिये।
- पार्षद का मनोबल तोड़ने की कोशिश की है।
- यह कानूनन अपराध है, एमडी तानाशाह प्रवृत्ति का है।
- अपने विभाग में कार्यरत पूर्णमासी सिंह जो कि विकलांग है।
- इनके स्थानान्तरण पर कोर्ट के आदेशों से ज्यादा ये अपना आदेश सर्वोपरि मानते हैं।
- ये जिद्दी प्रवृत्ति के होने के कारण जनहित व विभाग के कर्मचारियों को दोनो को ही प्रताड़ित करने का कुकृत्य करते ही रहते हैं।
- इसलिए पार्षद ने एमडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।