यूपी के मेरठ जिला के टीपी नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत दिल्ली रोड पर स्तिथ रामलीला मैदान में 17 नवम्बर को निकाय चुनाव को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा को लेकर नगर निगम व पुलिस प्रसासन ने 18 नवम्बर को होने वाली विसाल जनसभा को लेकर गरीब जनता की झुग्गी-झोपड़ी को बुलडोज़र तले रौंद दिया गया था।
- जब इस पूरे प्रकरण पर uttarpradesh.org की टीम ने जायजा लिया तो और पुलिस प्रसासन से बात की तो मेरठ के एसपी सिटी-मान सिंह चौहान ने कहा कि सीएम की सभा के लिए इन गरीबो की झुग्गी-झोपड़ी को हटाया गया है।
- सीएम की जनसभा के बाद इन गरीबो को दुबारा इनके आशियाने पुलिस प्रसासन मुहैया कराने की बात कही थी।
- लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ पूरा एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी तक इस गरीब महिला को न ही तो इसका आशियाना मिल पाया है और न ही कोई किसी तरह की उम्मीद।
जस के तस बने हुए हैं हालात
- हमारे संवाददाता जब रामलीला मैदान में जाकर दोबारा इस महिला के हालात देखने गए तो वहां नज़ारा कुछ और ही देखने को मिला।
- हमने वहाँ देखा कि यह महिला इस खुले मैदान में कड़ाके की ठंड का सामना करते हुए एक सप्ताह से गुज़ार रही है।
- इस महिला ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से अपनी दर्द भरी जिंदगी को बयां करते हुए अपील की और कहा कि उसे उसका गरीब आशियाना मुहैया कराया जाये।
- गौरतलब है कि निकाय चुनाव को लेकर पिछले दिनों सीएम मेरठ में टीटी नगर क्षेत्र के दिल्ली रोड स्थित रामलीला ग्राउंड मैदान में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे।
- उनके आगमन को लेकर रामलीला ग्राउंड में पिछले 12 वर्ष से अपनी झुग्गी झोपड़ी डालकर मैदान और उसके आस पास गुजारा कर रहे लोगों के आशियाने उजाड़ दिए गए थे।
- पुलिस प्रशासन व नगर निगम ने उन गरीबों के आशियाने को बुलडोज़र से उजाड़ दिया था।
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