पूरे देश में कल दीपावली की धूम रही, कहीं मिठाइयों और दीयों का दौर था तो कहीं पटाखों और फुलझड़ियों का। ऐसे में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ना लाज़मी है, पर कितना यह सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। उत्तर भारत के लगभग सभी शहरी इलाकों में प्रदूषण सामान्य से लगभग 40 गुना ज्यादा पाया गया। हवा इतनी प्रदूषित हो चुकी है कि खुली हवा में आज सांस लेना भी ‘सिगरेट के कश’ लेने से ज्यादा हानिकारक होगा।
राजधानी लखनऊ के हाल भी जुदा नहीं:
- पूरे शहर में धूल और धुंए का गुबार देखने को मिल रहा है
- हवा में PM ((पर्टिकुलर मैटर्स) का आंकड़ा 658 है, यह आंकड़ा तालकटोरा में रिकॉर्ड किया गया
- सुबह विज़िबिल्टी कम होने के कारण वाहन चालकों को हुई समस्या
- दमा के रोगियों को होगा ख़ासा नुकसान
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पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर यदि 400 से ऊपर हो जाए तो प्रदूषण को ‘खतरनाक’ माना जाता है। दिल्ली-NCR में हालात और भी खतरनाक हैं, कई इलाओं में पीएम 2.5 का स्तर 700 के आस पास है। ऐसे में आज घर से बाहर निकलना बीमारी को न्योता देने से कम नहीं है। खासकर की हृदय रोगी, फेफड़े के रोगी और दमा के रोगी बहुत जल्दी प्रभावित होते हैं। ऐसे में आज घर से कम ही निकलें और रोगियों का ख़ास ख्याल रखें, दिवाली का त्यौहार खुशियों के साथ ही समाप्त हो इसी शुभकामना के साथ।