डाक सेवक पिछले 22 मई से अपने सातवें वेतनमान और अपने रुके हुए मानदेय के लिए हड़ताल कर रहे हैं, बावजूद इसके प्रशासन ने अभी तक इनकी कोई सुध नहीं ली. जिसके बाद कर्मचारियों ने भिक्षाटन कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया हैं.
भिक्षाटन कर जताया विरोध:
अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ की ओर से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जा रही है। इस क्रम में सोमवार को सतरामगंज बाजार में डाक सेवकों ने भिक्षाटन कर विरोध जताया।
प्रधान डाकघर परिसर में आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता के कारण आज यह स्थिति उत्पन्न हुई है। जब तक हमारी मांग मान नहीं ली जाती है तब तक संघ का संघर्ष जारी रहेगा।
गाजीपुर के हैं संचार राज्यमंत्री:
बता दें कि डाक सेवकों की अपनी मागों को लेकर जारी ये हड़ताल मात्र गाजीपुर में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में जारी हैं. गौरतलब हैं कि डाक सेवकों की हडताल गाजीपुर में बेहद अहम मानी जा रही है, इसके पीछे की वजह डाक विभाग के मुखिया यानी संचार राज्यमंत्री इसी गाजीपुर जनपद से सांसद हैं.
इसके बावजूद भी इन डाक सेवकों की मांगो की आवाज प्रशासन के कानों तक नहीं पहुंच रही हैं. ऐसे में डाक सेवकों ने अब अपने विरोध का तरीका बदलकर सरकार की बंद आंखें खोलने का प्रयास किया हैं.
सेवराई तहसील के सतराम गंज बाजार में भदौरा उप डाकघर पर भी डाक सेवकों का हड़ताल चल रहा है. इसी क्रम में इन लोगों ने अब भिक्षाटन कर सरकार को आईना दिखाने का काम शुरू कर दिया है.
इन लोगों का कहना है कि भिक्षाटन में जुटाया गए पैसा हम अपने विभाग के आला अधिकारी और सरकार के पास भेजेंगे ताकि इन पैसों से वह हमारे बारे में कुछ कर सकें और सोच सके।