भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर क्षमता से चार गुना अधिक बिजली की खपत होने का आरोप लगा है. आरोप है कि लोड से ज्यादा बिजली की खपत हो रही है. बता दें कि उत्तर प्रदेश के भाजपा मुख्यालय में बिजली कनेक्शन 25 किलोवॉट का है, लेकिन खपत 100 किलोवॉट से ज्यादा तक हो रही है.
100 से भी अधिक 108.46 किलोवॉट तक लोड:
भाजपा मुख्यालय में बिजली की श्रमता से अधिक खपत का मामला तब सामने आया जब पिछले महीने का बिजली का बिल देखा गया. मई के बिजली के बिल आने के बाद इस बात का खुलासा हुआ. मई में आये बिजली के बिल के आंकड़ो के मुताबिक बिजली का लोड 100 से भी अधिक 108.46 किलोवॉट तक पहुंच गया है.
बिजली की खपत लोड से ज्यादा होने की वजह से बीजेपी मुख्यालय पर जुर्माना भी लगाया गया है. पिछले चार महीने से बीजेपी प्रदेश मुख्यालय को अधिक लोड के कारण जुर्माना भी भरना पड़ रहा है. इसके साथ ट्रांसफॉर्मर पर लोड ज्यादा होने से आए दिन ट्रिपिंग भी हो रही है.
बीजेपी मुख्यालय पर जुर्माना भी लगाया गया :
नियम के अनुसार, यदि तीन महीने तक कोई कस्टमर तय लोड से अधिक बिजली का इस्तेमाल करता है तो लेसा खुद उसका लोड बढ़ा देता है और उसी के हिसाब से बिलिंग करता है. लेसा हर महीने सैकड़ों कनेक्शन का लोड बढ़ाकर इसी के हिसाब से बिलिंग करता है.
लखनऊ के 7 विधानसभा मार्ग स्थित बीजेपी प्रदेश मुख्यालय के बिजली कनेक्शन का अकाउंट नंबर 130608000 है. जिन पर लोड से ज्यादा बिजली की खपत होने का आरोप है. यहां दिसंबर से लोड के मुकाबले ज्यादा बिजली खपत हो रही है. मई में आये बिजली के बिल से अधिक लोड होने का पता चला. मई के जारी बिल में 108.46 किलोवॉट लोड आने पर लेसा ने 76,560.12 रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
वहीं बीजेपी के एक नेता ने भी अपने बयान में अधिक लोड होने की जानकारी दी. बीजेपी कार्यालय से जुड़े नेता ने बताया कि यहां 25 से ज्यादा एसी लगे हैं. ऐसे में इतना लोड आना लाजिमी है. गौतलब बात ये हैं कि बिजली की खपत ज्यादा होने के बावजूद भी अभी तक बीजेपी कार्यालय का लोड नहीं बढाया गया है.
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