2019 के लोकसभा चुनाव की समाजवादी पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी है। बसपा से गठबंधन के अलावा अपने गढ़ को बचाए रखना सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए बड़ी चुनौती है। अखिलेश यादव खुद जहाँ कन्नौज से लड़ने जा रहे हैं तो वहीँ उनके पिता और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। इस बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को खुली चुनौती देते हुए कट्टर हिंदूवादी नेता ने सपा के सबसे बड़े गढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
कट्टर हिंदूवादी नेता ने किया ऐलान :
यूपी में समाजवादी पार्टी के सबसे बड़े गढ़ इटावा में जोरदार भगवा यात्राओं के माध्यम से नये राजनैतिक मिजाज को खड़ा करने वाली हिन्दू सेवा समिति आगामी संसदीय चुनाव में अपनी किस्मत आजमाएगी। इसके अलावा समिति किसी कट्टर हिन्दू चेहरे पर दांव लगाएगी। ये बयान हिन्दू सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप शर्मा ने अपने जन्मदिन के अवसर पर पत्रकारों से वार्ता के दौरान कही। अगर प्रदीप शर्मा खुद यहाँ से लोकसभा चुनाव लड़ते हैं तो हिन्दू वोटों का बंटवारा होना तय है। वर्तमान में सपा के गढ़ पर बीजेपी का कब्जा है और अशोक दोहरे यहाँ से सांसद हैं। प्रदीप शर्मा ने कहा कि उनका संगठन हिन्दू हित के लिए कार्य करता रहा है और आगे भी करता रहेगा। बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी हिन्दू का ध्रुवीकरण कर सत्ता हासिल कर रही है।
5 सालों से सुर्ख़ियों में हैं प्रदीप शर्मा :
हिन्दू सेवा समिति की इटावा नगर अध्यक्ष चित्रा परिहार ने कहा कि जिस तरह पिछले पालिका के चुनाव में हिन्दू सेवा समिति का खौफ अन्य राष्ट्रीय पार्टियों पर छाया रहा, उसी प्रकार लोकसभा चुनाव में भी उनका संगठन किसी को आसानी से हिन्दुओं के साथ छल करके चुनाव नहीं जीतने देगा। प्रदीप शर्मा इटावा में करीब पांच सालों से श्रीराम शोभा यात्रा निकाल रहे हैं। इसी के माध्यम से वे सुर्खियों में छाये हुए हैं। उनकी शोभायात्रा में भगवा समर्थकों की बढ़ती भीड़ ने हर किसी को सन्न कर रखा है लेकिन प्रदीप की बढ़ती हुई लोकप्रियता सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के जिलास्तरीय प्रमुख पदाधिकारियो को रास नहीं आ रही है।