आज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में संविधान निर्माता डा. भीमराव अंबेडकर को बौद्ध धर्म की दीक्षा देने वाले 7 भिक्षुओं में एक बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद का निधन हो गया। 27 नवंबर को उन्हें सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
प्रज्ञानंद ने अंबेडकर को दी थी दीक्षा :
- डॉ. बाबासाहब भीमराव अंबेडकर ने 14 अक्टूबर 1956 को बौध धर्मं को अपनाया था।
- श्रीलंका के रहने वाले प्रज्ञानंद लखनऊ के बुद्ध विहार के सीनियर मोस्ट मोंक थे।
- बताया जाता है कि अंबेडकर ने उनसे बौद्ध धर्म अपनाने की इच्छा भी जाहिर की थी।
- बाद में उन्होंने नागपुर जाकर अपनी पत्नी के साथ बौद्ध धर्म को अपना लिया था।
- डा. भीमराव अंबेडकर को 7 बौद्ध भिक्षुओ ने मिलकर दीक्षा दी थी।
- उनमें से एक बौद्ध भिक्षु प्रज्ञानंद भी थे।
- लखनऊ के रिसालदार पार्क के बुद्ध विहार में वे रहा करते थे।
- संविधान निर्माता बाबा साहब खुद साल 1948, 1956 में बुद्ध विहार आ चुके थे।
- इस दौरान भीमराव अंबेडकर जी ने दौरा करते समय गुरु की सेवा भी की थी।
- इनके सेवादार के अनुसार काफी दिनों से ही डा. प्रज्ञानंद काफी अस्वस्थ और बीमार चल रहे थे।
- उन्होंने बताया कि भगवान बुद्ध की पूजा के बाद ही वे कुछ भी खाते और काम करते थे।
- प्रज्ञानंद के सेवादारों का कहना है कि उनकी भगवान बुद्ध में गहरी आस्था थी।
- वे हमेशा अपने जीवन में सबसे ज्यादा भगवान को ही महत्वता देते थे।
- देश भर की तमाम राजनीतिक हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
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